ब्लैक फंगस: हरियाणा-राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश में भी महामारी घोषित, इन राज्यों में मिले अत्याधिक मामले

नई दिल्ली (एजेंसी)। देश में ब्लैक फंगस (म्यूकॉरमायकोसिस) तेजी से पैर पसार रहा है। महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यप्रदेश में ब्लैक फंगस के अत्याधिक मामले हैं। कोरोना संकट के बीच ब्लैक फंगस के खतरे ने डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है। डॉक्टरों को अब ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जरूरी दवाओं के संकट का डर सता रहा है। तमिलनाडु, ओडिशा , गुजरात, चंडीगढ़  राजस्थान और तेलंगाना ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया है। अब मध्यप्रदेश सरकार ने भी इसे महामारी घोषित किया है। अब सरकार इस बीमारी के मरीज़ों और मृतकों का इलाज का कोरोना की तरह ही रिकॉर्ड रखेगी।

महाराष्ट्र में ब्लैक फंगस के 1500 से अधिक मरीज मिले हैं जिसमें अभी 850 मरीजों का इलाज चल रहा है। इसी तरह गुजरात में 1163 मामले सामने आए हैं और 61 मरीजों की मौत हो चुकी है। डॉक्टरों का कहना है के ब्लैक फंगस के एक मरीज को औसतन 60 से 100 इंजेक्शन लग सकते हैं। समय रहते गंभीर मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिलने से बीमारी और गंभीर होती है जिससे जान पर खतरा बन सकता है। डॉक्टरों को डर है कि ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की तरह ब्लैक फंगस की दवा का संकट हो सकता है। तब मरीजों की जान बचाना मुश्किल होगा। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. डीएस राणा का कहना है कि सरकारी अनुमति से दवा की आपूर्ति बेहतर है, पर मरीजों की संख्या बढऩे से व्यवस्था डगमगा सकती है।

राज्यों के आंकड़ों के अनुसार बिहार में ब्लैक फंगस के 103 केस मिले हैं और दो मौत हुई है। छत्तीसगढ़ में 101 मरीजों में म्यूकॉरमायकोसिस की पुष्टि हुई है और एक मरीज की जान गई है। तेलंगाना में 90 मरीज मिले हैं , दस की मौत हुई है। कर्नाटक में भी ब्लैक फंगस के 97 मरीज हैं , यहां कोई मौत नहीं हुई है। यूपी-हरियाणा में अब तक 8-8 की मौत मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस के कुल 575 केस आए हैं और सरकारी आंकड़ों के अनुसार 31 मरीजों ने दम तोड़ दिया है। उत्तर प्रदेश में 169 लोगों में ब्लैक फंगस मिला है और आठ मौतों की पुष्टि हुई है। दिल्ली में 203 मरीज मिले हैं और एक की मौत हुई है। हरियाणा में 268 मरीज मिले हैं आठ मरीजों ने दम तोड़ दिया है।

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