केमिकल फैक्टरी लगी आग, धमाकों की आवाज से सिहर उठे लोग
जम्मू:- उधमपुर शहर के साथ लगते बट्टलबालियां औद्योगिक क्षेत्र में आग लगने से धनुका एग्रीटेक फैक्टरी जलकर राख हो गई। इसमें करोड़ों के नुकसान का अनुमान है। घटना गुरुवार रात करीब साढ़े 11 बजे की है। इस दौरान कीटनाशक बनाने वाली फैक्टरी में 30 कर्मचारी नाइट शिफ्ट पर थे। गार्ड ने तुरंत सभी को अलर्ट कर बाहर निकाल दिया। आगे बुझाने के लिए कटड़ा और जम्मू से भी फायर ब्रिगेड बुलानी पड़ी, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद एयरफोर्स ने हेलिकॉप्टर से पानी डालकर आग पर काबू पाया।
गुरुवार रात को लगी आग शुक्रवार दोपहर पूरी तरह बुझाई जा सकी। आग में फैक्टरी में पड़े केमिकल ड्रमों में धमाकों से आग ज्यादा भड़की। धमाके दो किमी दूर तक सुनाई दे रहे थे। उपायुक्त इंदु कंवल चिब और एसएसपी सरगुन शुक्ला ने भी घटनास्थल का जायजा लिया। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट को बताया जा रहा है। आौद्योगिक इलाके में स्थित धनुका एग्रीटेक में कीटनाशक बनाया जाता था।
गुरुवार रात करीब साढ़े 11 बजे नाइट शिफ्ट पर काम चल रहा था। इसी बीच फैक्टरी के बाहर के हिस्से में आग लग गई। बाहर तैनात गार्ड को इसका पता चला तो उसने सायरन बजाकर सबको अलर्ट कर दिया। कर्मचारी फैक्टरी से बाहर निकल आए। इसके बाद दमकल विभाग को सूचित किया गया, लेकिन जब तक दमकल विभाग मौके पर पहुंचता तब तक आग ने पूरी फैक्टरी को अपनी चपेट में ले लिया।
अंदर पड़े केमिकल के ड्रमों में हुए धमाके से आग और भड़क गई। लपटें और धमाकों की आवाज करीब दो किलोमीटर तक सुनाई दे रही थीं। आग भड़कने के बाद दमकल विभाग ने फैक्टरी के साथ मौजूद घरों को खाली करवा दिया और करीब 40 परिवारों को घरों से दूर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सूचना मिलने पर डीसी इंदु कंवल चिब, एसएसपी भी मौके पर पहुंच गए। जब उन्होंने देखा कि आग को बुझाना उधमपुर दमकल विभाग के लिए संभव नहीं है तो कटड़ा, जम्मू से दमकल विभाग के वाहन बुलाए गए। इसके साथ सेना के दमकल विभाग की भी मदद ली गई। करीब साढ़े पांच घंटे मशक्कत करने के बाद सुबह करीब पांच बजे आग पर काबू पा लिया गया।
हालांकि अंदर के हिस्से में सुबह भी आग लगी हुई थी। इसके बाद प्रशासन ने आग बुझाने के लिए एयर फोर्स से मदद मांगी। शुक्रवार दोपहर एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर ने मानसर झील से पानी भर कर फैक्टरी पर डाला। इससे आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि शुक्रवार शाम को भी फैक्टरी के अंदर से धुआं उठ रहा था। केमिकल फैक्टरी में लगी आग भीषण थी। नागरिक प्रशासन के आग्रह पर तुरंत अमल करते भारतीय सेना ने केमिकल फैक्टरी में आग बुझाकर एक बड़े हादसे को होने से बचाया और कई लोगों की जान भी बच गई। सेना के विशेष ट्रकों ने इस काम में बहुत मदद की।
उधमपुर में सबसे बड़ी आग की घटना
उधमपुर के इतिहास में कभी भी इतनी बड़ी आग की घटना सामने नहीं आई है। इससे पहले 2020 में टिकरी में गैस सिलिंडर से भरे ट्रक में आग लग गई थी। एक-एक कर 100 से अधिक सिलिंडर धमाके के साथ उड़ गए थे। इस आग को बुझाने के लिए भी दमकल विभाग को जम्मू और कटड़ा के दमकल विभाग की मदद लेनी पड़ी थी। इसके साथ 2008 में बाजार के अंदर दो दुकानों में आग लगी थी और इस पर भी काबू पाने में कई घंटे मशक्कत करनी पड़ी थी।