खुड़मुड़ा सामूहिक हत्याकांड: देवर-देवरानी व सास-ससुर की हत्या की प्लानिंग करने वाली बहू गिरफ्तार
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बहुचर्चित सामूहिक हत्याकांड की मुख्य आरोपी घर की बहू ही निकली, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अमलेश्वर थाना अंतर्गत खुड़मुड़ा गांव में 21 दिसंबर 2020 को हुए सोनकर परिवार में सामूहिक हत्याकांड में पुलिस ने आखरी आरोपी निर्मला सोनकर को भी गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड़ में पुलिस पहले ही महिला के पति समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। प्रदेश में बड़ी और सनसनीखेज वारदात खुड़मुड़ा सामूहिक हत्याकांड के रूप में सामने आई थी। यहां खुडमुड़ा गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। शुरुआती जांच में दो महिलाओं के शव मिले थे, वहीं पिता और बेटा लापता थे। जांच के दौरान पिता और बेटे की लाश पानी की टंकी से बरामद हुई थी।
अब मास्टरमाइंड गिरफ्तार
प्रदेश के बहुचर्चित खुड़मुड़ा हत्याकांड का शनिवार को खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्याकांड की मास्टरमाइंड घर की बहू को गिरफ्तार कर लिया है। बहू निर्मला सोनकर पर अमलेश्वर पुलिस को पहले से ही शक था, लेकिन सबूत के अभाव में उसे गिरफ्तार नहीं किया गया था। वारदात के 145 दिन बाद महिला की ब्रेन मैपिंग रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।
देवर-देवरानी व सास-ससुर की हत्या के पीछे बहू की थी प्लानिंग
निर्मला की सास दुलारी बाई को उसके और रोहित के अवैध संबंध का पता था। इस बात को लेकर वो उसे हमेशा धमकी दिया करती थी। सास दुलारी बाई से बदला लेने के लिए निर्मला ने ही प्रेमी रोहित मौसा को पति गंगाराम से मिलवाया था। उसी के कहने पर पति ने प्रेमी को भी वारदात में शामिल कर लिया था। जिसके बाद सभी ने महिला के सामने ही पूरे हत्याकांड की प्लानिंग की। वारदात के पहले और बाद में महिला के साथ सभी ने घर में पार्टी भी की थी। हत्याकांड में 84 दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा किया और गंगाराम, उसके पड़ोसी महाकाल, दोस्त नरेश और पत्नी के प्रेमी रोहित मौसा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। लेकिन मास्टरमाइंड बहू उस समय से गिरफ्त से बची हुई थी।
सामूहिक हत्याकांड की पूरी कहानी
दुर्ग जिले में 21 दिसंबर 2020 खुड़मुड़ा गांव में उस समय हड़कंप मच गया था। जब यहां स्थित बाड़ी में एक साथ चार लोगों की लाश मिली थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की, पहले तो घटना में दो ही शव मिले थे। लेकिन बाद में पानी की टंकी से दो और शव बरामद किए गए थे। मृतकों में बालाराम सोनकर, पत्नी दुलारी सोनकर, पुत्र रोहित सोनकर और बहू कीर्तिन सोनकर शामिल शव मिले थे। आरोपियों ने दुलारी और कीर्तिन के सिर पर सिलबट्टे से वार किया था। इससे उसकी मौत हो गई थी।
इस हत्याकांड के बाद इलाके में खौफ का माहौल कई दिनों रहा। दुर्ग से रायपुर तक पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। गृहमंत्री समेत कई बड़े नेताओं ने गांव में आकर सोनकर परिवार और ग्रामीणों से मुलाकात की थी और घटना की अच्छे से जांच के निर्देश दिए थे। इस घटना में 11 साल का नाबालिग घायल हुआ था। वही इस पूरी वारदात का अकेला गवाह था। जिसकी मदद से पुलिस ने आरोपियों के स्केच जारी किए थे, और जांच कर आरोपियों तक पुलिस पहुंचने में कामयाब हुई थी।
इस हत्याकांड में हो चुकी है गिरफ्तारी
पुलिस ने 18 मार्च 2021 को निर्मला के पति गंगा उसके दोस्त महाकाल, पडोसी नरेश और रिश्तेदार रोहित को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। उसमें से एक आरोपी मृतक का बेटा है। बेटा वारदात के बाद से ही खुड़मुड़ा गांव में था। पुलिस ने उससे कई बार पूछताछ भी की थी। बाद में नार्कों टेस्ट के बाद मिले सबूतों के आधार पर पुलिस ने बेटे समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। अवैध संबंध और जमीन विवाद के चलते सामूहिक हत्याकांड हुआ था। निर्मला के पति गंगा उसके दोस्त महाकाल, पड़ोसी नरेश और रिश्तेदार रोहित को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। दुर्ग ग्रामीण एएसपी अनंत साहू ने बताया कि महिला की ब्रेन मैपिंग टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर गिरफ्तार करके 26 मई को जेल भेज दिया गया। महिला की भूमिका पहले ही दिन से संदिग्ध थी। रिपोर्ट से पता चला कि वह वारदात की मास्टरमाइंड थी।