अलीगढ़ शराब कांड मे नौ भट्ठा श्रमिकों की मौत, अब तक 99 की गई जान

अलीगढ़:- जिले में जहरीली शराब ने सातवें दिन गुरुवार को फिर कहर बरपाया है। जवां क्षेत्र में गंग नहर की पटरी पर किसी शराब तस्कर द्वारा फेंकी गई जहरीली शराब पीने से एक ईंट-भट्ठा के नौ श्रमिकों की मौत हो गई, जबकि एक दर्जन की हालत नाजुक बनी हुई है। सातवें दिन कुल 10 मौतें हुईं। 9 मौतें जवां क्षेत्र में भट्ठा श्रमिकों की हुई हैं जबकि पिसावा के एक व्यक्ति की मौत नोएडा में हुई। मौतों का कुल आंकड़ा 99 तक जा पहुंचा है।

सभी का जेएन मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा है। मध्य रात्रि हुए घटनाक्रम की खबर पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पहुंची टीमों ने इन सभी लोगों को अस्पताल पहुंचाया। इस मामले में अज्ञात शराब तस्कर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसको चिह्नित करने का काम किया जा रहा है। वहीं, अब तक शराब से 99 मौतों के बाद डीएम ने कहा कि जिले में अब कहीं इस तरह की पुनरावृत्ति हुई तो एसडीएम-सीओ जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

यह घटनाक्रम जवां क्षेत्र के रोहेरा भट्ठा पर रहकर ईंट पथाई का काम कर रहे बिहार के श्रमिकों के साथ हुआ। बताया गया कि शराब बुधवार रात नौ बजे पी गई थी। 11 बजे से लोग बीमार पड़ने लगे। हायतौबा के बीच एक बजे पुलिस को खबर मिली तो थाना पुलिस, एसडीएम व एंबुलेंस आदि मौके पर पहुंचीं। तड़के एसएसपी कलानिधि नैथानी भी घटना स्थल पर पहुंचे और तथ्यों को जानने के बाद मुकदमे के आधार पर शराब फेंकने वाले शराब तस्कर को चिह्नित कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए। इधर, इस घटनाक्रम के मुख्य आरोपियों में शामिल मुनीष शर्मा व शिवकुमार पुलिस रिमांड पर हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। मुनीष से पूछताछ का मुख्य फोकस फरार 50 हजारी इनामी उसके भाई ऋषि के विषय में इनपुट जुटाना है।
पिसावा के एक ग्रामीण की नोएडा में मौत
पिसावा क्षेत्र के गांव शादीपुर के 45 वर्षीय ग्रामीण रवेंद्र उर्फ गुड्डू पुत्र बलवीर सिंह की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई। उसका पांच दिन से जेवर के कैलाश हास्पिटल में इलाज चल रहा था। दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। जिसका यहां लाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। अपने पीछे पत्नी व दो जवान बेटे छोड़ गया है।

जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि जिले में जहरीली शराब को लेकर हुए घटनाक्रम के बाद तहसील टीमों के जरिये लगातार लोगों को पुरानी, रखी हुई शराब न पीने को लेकर जागरूक कराया जा रहा है। इसके बावजूद इस तरह की घटना हुई है। अब अगर पुनरावृत्ति हुई तो एसडीएम-सीओ को जिम्मेदार माना जाएगा। वे अपने-अपने क्षेत्र में सुनिश्चित कर लें कि अब ठेकों पर नई शराब आने तक पुरानी शराब न बिकने पाए। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि मध्य रात्रि जवां क्षेत्र के ईंट भट्ठे पर शराब पीने से लोगों के बीमार होने की खबर मिली थी। उन्हें उपचार के लिए भेजा गया। उनमें से कुछ लोगों की मौत की खबर मिली है। अब तक की जांच में और एक बीमार के बयान से साफ हुआ है कि यह शराब उन्हें नहर किनारे लावारिस अवस्था में मिली थी। इससे साफ है कि पुलिस कार्रवाई के भय से किसी ने शराब यहां फेंकी, जिसे चिह्नित कराया जा रहा है।

 

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