वित्त मंत्रालय करेगा आयकर विभाग का नया पोर्टल जारी, शुरुआत में धैर्य बनाए रखने की अपील

नई दिल्ली। करदाताओं को भुगतान में आसानी और आधुनिक सुविधाओं का लाभ देने के उद्देश्य से वित्त मंत्रालय सोमवार को आयकर विभाग का नया पोर्टल जारी करेगा। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने शनिवार को इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि नया पोर्टल सोमवार से लाइव हो जाएगा। हालांकि इस पोर्टल पर नई कर भुगतान प्रणाली 18 जून से शुरू होगी। साथ ही बोर्ड ने कहा कि पोर्टल के साथ ही इसका ऐप भी जारी किया जाएगा। बता दें, मौजूदा पोर्टल में टैक्स भरने की तय तारीख के करीब कामकाज में परेशानी आने के मामले देखे गए हैं।
सीबीडीटी ने बयान में कहा गया है कि कर भुगतान की नई प्रणाली का आदि होने में करदाता को कुछ समय लग सकता है। हम चाहते है कि इस्तेमाल करने से पहले सभी करदाता इसकी विशेषताओं को अच्छी तरह से समझ लें। हम अपने सभी करदाताओं और शेयर धारकों से इनकम टैक्स का नया पोर्टल शुरू होने के बाद शुरुआत में धैर्य बनाए रखने की अपील करते हैं। ये एक बहुत बड़ा बदलाव है और कर भुगतान के नए सिस्टम समेत इसकी अन्य सभी सुविधाएं भी जल्द ही शुरू हो जाएंगी।

सुविधाजनक और आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराना है उद्देश्य 

सीबीडीटी ने कहा कि नई वेबसाइट का उद्देश्य करदाताओं को सुविधाजनक और आधुनिक तकनीक उपलब्ध करना है। इस नए पोर्टल पर करदाता तत्काल आयकर रिटर्न को भर सकते हैं इस से करदाताओं के रिफंड जल्द जारी हो सकेंगे। मुफ्त आईटीआर तैयार करने के लिए सॉफ्टवेयर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से उपलब्ध होगा और इसमें अक्सर पूछे जाने वाले सवाल होंगे ताकि करदाता टैक्स की जानकारी नहीं होने पर भी आसानी से अपने आईटीआर दाखिल कर सकें।
करदाता वेतन, गृह संपत्ति, व्यवसाय/पेशे सहित आय के कुछ विवरण प्रदान करने के लिए अपनी प्रोफाइल को सक्रिय रूप से अपडेट करने में सक्षम होंगे, जिसका उपयोग नए वेब पोर्टल में अपने आईटीआर को पूर्व-भरने में किया जाएगा। करदाताओं के प्रश्नों के त्वरित उत्तर के लिए करदाता सहायता के लिए एक नए कॉल सेंटर की भी योजना है और पोर्टल में विस्तृत अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न, उपयोगकर्ता मैनुअल, वीडियो और चैटबॉट/लाइव एजेंट भी होंगे। सीबीडीटी ने कहा कि आयकर फॉर्म दाखिल करने, कर पेशेवरों को जोडऩे, नोटिस के जवाब को फेसलेस जांच या अपील में जमा करने की सुविधा उपलब्ध होगी।

मिलेंगी ये सुविधाएं
इसमें करदाताओं को आईटीआर 1, 4 (ऑनलाइन और ऑफलाइन) और आईटीआर 2 (ऑफलाइन) दाखिल करने में मदद करने के लिए हमेशा पूछे जाने वाले प्रश्नों के साथ एक मुफ्त आईटीआर तैयारी सॉफ्टवेयर भी होगा और आईटीआर 3, 5, 6, 7 की तैयारी की सुविधा होगी। जल्द ही उपलब्ध कराया जाएगा। करदाता वेतन, गृह संपत्ति, व्यवसाय/पेशे सहित आय के कुछ विवरण प्रदान करने के लिए अपनी प्रोफाइल को सक्रिय रूप से अपडेट करने में सक्षम होंगे, जिसका उपयोग नए वेब पोर्ट में अपने आईटीआर को पूर्व-भरने में किया जाएगा।