कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ब्लॉक मुख्यालय में पर्याप्त इंतजाम करने के दिए निर्देश
दुर्ग:- कोविड एवं अन्य मामलों में जिन किसानों की मौत हुई है और फौती उठाने के आवेदन आए हैं उन्हें प्रक्रिया अनुसार शीघ्रता शीघ्र हल किया जाए ताकि किसानों को खाद बीज लेने में किसी तरह की दिक्कत ना हो। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में दिए। डॉ. भुरे ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से तहसीलों का कार्य प्रभावित हुआ है अब कोर्ट खुल गए हैं तो तेजी से लंबित प्रकरण निपटाए। 2 साल से अधिक के प्रकरणों को प्रमुखता से निपटारा करें। उन्होंने कहा कि रोज निपटाए गए प्रकरणों की संख्या उस दिन आये प्रकरणों से अधिक होनी चाहिए। इससे धीरे-धीरे राजस्व प्रकरणों की लंबित संख्या में कमी आएगी।
नामांतरण आदि कार्यों में प्रगति लाएं- कलेक्टर ने कहा कि नामांतरण, पट्टे तथा त्रुटि सुधार संबंधी सभी आवेदनों पर प्रमुखता से कार्य किया जाए। रजिस्ट्री प्रक्रिया को स्ट्रीमलाइन किया जाए। उन्होंने कहा कि गिरदावरी का काम अभी शुरू होगा, गिरदावरी का कार्य पारदर्शी तरीके से होना चाहिए क्योंकि गिरदावरी से आने वाले आंकड़े से खेती किसानी के बारे में अहम जानकारी प्रशासन को उपलब्ध होती है। कलेक्टर ने कहा कि रिकॉर्ड दुरुस्ती का काम भी बेहद अहम कार्य है। अन्य कार्यों को करने के साथ ही इसके कार्यों में भी तेजी लाएं।
भूस्वामी हक के लिए लोगों को प्रेरित करें- कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन द्वारा भूस्वामी हक दिए जाने से संबंधित योजना लाई गई है इसके लिए लोगों को तैयार करें ताकि वह सुविधा का लाभ उठा सकें। इस सुविधा के माध्यम से उन्हें भूस्वामी हक मिल जाएगा जिससे मालिकाना हक संबंधी अनिश्चितता से वे मुक्त हो जाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि भू अर्जन के प्रकरणों को भी समय सीमा पर निराकृत करें।
ब्लॉक मुख्यालय में हो पर्याप्त तैयारी- कोरोना के तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ब्लाक मुख्यालयों में इसकी बेहतर व्यवस्था की मॉनिटरिंग के निर्देश भी एसडीएम को उन्होंने दिए। उन्होंने कहा कि ब्लाक मुख्यालयों के अस्पतालों में वेंटिलेटर, बच्चों के लिए वार्मअप मशीन तथा बच्चों के संक्रमण से जुड़ी अन्य व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
प्रोटोकॉल पालन न करने पर जुर्माना लगाएं- उन्होंने कहा कि कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर तीसरी लहर को आने से रोकने के लिए बहुत जरूरी है। यह देखा गया है कि दूसरी लहर के कमजोर होते ही लोग कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर के अनुशासन का पालन करने में चूक करने लगे हैं ऐसी स्थिति में प्रोटोकॉल तोड़ने पर जुर्माना लगाएं। लोगों को भी इस संबंध में जागरूक करें। शहरी क्षेत्रों में सिविक सेंटर जैसे इलाकों में जहां बड़ी भीड़ जुटती है वहां पर राजस्व अधिकारी निरंतर मॉनिटरिंग करते रहे। कलेक्टर ने बकाया राशि की वसूली में भी तेजी लाने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि चाहे डायवर्शन के प्रकरण हो चाहे अधोसंरचना मद के प्रकरण हो या पर्यावरण से जुड़े प्रकरण हो। सभी में प्रगति लाने के लिए प्राथमिकता से बकाया राशि की वसूली करना