महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री के आवास पर ईडी का छापा

नागुपर। एक महीने में दूसरी बार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के घर पर छापा मारा। ईडी की टीम भारी संख्या में पुलिस और केंद्रीय पुलिस बल के साथ देशमुख के आवास पर पहुंची, जिससे मामले में और कड़ी कार्रवाई की अटकलें तेज हो गईं।
भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद राकांपा के वरिष्ठ नेता ने अपना पद छोड़ दिया था। ईडी की चल रही कार्रवाई के विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है।

बता दें कि परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखकर पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार को लेकर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे। इसके अलावा परमबीर सिंह ने बॉम्बे हाईकोर्ट में भी एक याचिका दायर की थी, जिसमें बताया गया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे को हर महीने लगभग 100 करोड़ रुपये की उगाही करने को कहा था।

मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोपों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल देशमुख के घर पर दूसरी बार छापा मारा है। इससे पहले 25 मई को उनके घर पर छापेमारी की गई थी। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय से पहले सीबीआई ने उनके घर पर छापेमारी की थी। अनिल देशमुख पर ये इल्जाम लगने के बाद उन्होंने गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

परमबीर सिंह के अलावा सचिन वाजे ने भी अनिल देशमुख पर अनैध वसूली का आरोप लगाया था। सचिन वाजे ने एएनआई को दिए बयान में कहा कि मैंने छह जून 2020 को दोबारा ड्यूटी ज्वाइन की थी। हालांकि मेरी ज्वाइनिंग से शरद पवार खुश नहीं थे, और उन्होंने मुझे दोबारा सस्पेंड करने के लिए कहा। यह बात मुझे खुद अनिल देशमुख ने बताई थी। अनिल देशमुख ने मुझसे पवार को मनाने के लिए दो करोड़ रुपये भी मांगे थे। इतनी बड़ी रकम मेरे लिए चुकाना मुमकिन नहीं था, अनिल देशमुख ने मुझे इसे बाद में चुकाने को कहा। इसके बाद मेरी पोस्टिंग मुंबई के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में हुई।

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