एक और बड़ा संकट: कोरोना के बीच अब इस बीमारी का प्रकोप, गांधीनगर का एक कस्बा हैजा प्रभावित क्षेत्र घोषित
गांधीनगर :- कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर जारी है। इस बीच गुजरात के गांधीनगर में हैजा का प्रकोप शुरू हो गया है। गांधीनगर के केलोल में पांच से अधिक हैजा के मामले मिले। इसके बाद जिला प्रशासन ने मंगलवार को कलोल शहर को हैजा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया। टीमें गठित कर हैजा फैलने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि गांधीनगर के कलेक्टर कुलदीप आर्य ने महामारी रोग अधिनियम के तहत कलोल के दो किलोमीटर के दायरे को बीमारी से प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया है। यह आदेश दो महीने तक लागू रहेगा। कलेक्टर कुलदीप आर्य ने कहा कि जांच किए गए 38 नमूनों में से पांच में हैजा की पुष्टि हुई है, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। हैजा संक्रमण मुख्य रूप से पानी या खाद्य संदूषण से फैलता है। आर्य ने बताया कि भूमिगत पाइपलाइनों में रिसाव या टूट-फूट के कारण पेयजल का दूषित होना इसका कारण हो सकता है। कारणों का पता लगाने और उन्हें ठीक करने के लिए टीमें बनाईं गई हैं।
एक हफ्ते पहले खेड़ा जिले में शुरू हुआ प्रकोप
खेड़ा जिले के नडियाद शहर को हैजा प्रभावित घोषित किए जाने के एक हफ्ते बाद यह गांधीनगर में हैजा का प्रकोप देखने को मिला। अधिकारियों ने कहा कि नडियाद में इस समय हैजा के चार मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि 50 लोगों को बीमारी होने और उल्टी और दस्त जैसे लक्षणों का अनुभव होने पर स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। नडियाद नगर पालिका के मुख्य अधिकारी प्रणव पारेख ने कहा कि टूटी हुई पाइपलाइनों की मरम्मत, खुले गड्ढों को भरने और कीटाणुनाशक स्प्रे करने के प्रयास जारी हैं।