मंत्रिमंडल विस्तार आज, आधे दर्जन मंत्रियों की होगी छुट्टी

नई दिल्ली। अरसे से लंबित केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार संभवत: बुधवार शाम छह बजे होगा। नरेंद्र मोदी कैबिनेट विस्तार में नए चेहरों को जगह दिए जाने की अटकलों के बीच पार्टी आलाकमान के बुलावे पर मध्य प्रदेश से भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से नारायण राणे और असम से सर्बानंद सोनोवाल दिल्ली पहुंच गए। बताया जा रहा है कि आधा दर्जन कैबिनेट मंत्रियों की छुट्टी होगी, जबकि एक दर्जन मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया जाएगा। इसके अलावा आठ से 10 राज्य मंत्रियों को भी टीम मोदी से बाहर होना पड़ सकता है।

विस्तार से पहले पीएम मोदी बुधवार दिन में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक कर विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप देंगे। विस्तार में 20-25 नए मंत्रियों को जगह देने की बात कही जा रही है। इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जदयू के मंत्रिमंडल में शामिल होने की पुष्टि करते हुए कहा, केंद्रीय कैबिनेट में कौन शामिल होगा कौन नहीं, यह प्रधानमंत्री तय करेंगे। मोदी जो चाहेंगे, वह होगा। उधर, लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि अगर चाचा पशुपति पारस को पार्टी के कोटे से मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया तो हम कोर्ट जाएंगे। इससे पहले मंगलवार दिन में केंद्र सरकार ने केंद्रीय मंत्री और दलित चेहरा माने जाने वाले थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का नया राज्यपाल बना दिया है। वहीं, सात अन्य राज्यों के राज्यपाल भी बदल दिए। थावरचंद को कर्नाटक भेजे जाने से मंत्रिमंडल में एक और सीट खाली हो गई है।

युवा प्रतिनिधित्व और यूपी समेत पांच राज्यों का चुनावी समीकरण साधेंगे मोदी
सूत्रों का कहना है कि विस्तार के जरिए पीएम मोदी की कोशिश पार्टी में नई पीढ़ी तैयार करने की भी है। इस रणनीति के तहत इस विस्तार में युवा चेहरों पर दाव लगाया जाएगा। इसके अलावा उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनावी समीकरण साधने के लिए सोशल इंजीनियरिंग का भी ध्यान रखा जाएगा। उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल से ब्राह्मण, ओबीसी और दलित चेहरे को विस्तार में जगह मिलना तय है।

बिहार-यूपी से जुडे़ मंत्रियों के प्रदर्शन नाखुश पीएम
सूत्रों का कहना है कि विस्तार और फेरबदल के दायरे में कम से कम एक दर्जन मंत्री आएंगे। चर्चा है कि इनमें आधा दर्जन कैबिनेट मंत्रियों की छुट्टी होगी। इसके अलावा पीएम मोदी बिहार, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दक्षिण के राज्य से जुड़े एक-एक मंत्रियों के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं।

एक दर्जन नेताओं को भेजा गया बुलावा, संपर्क में शाह
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल के संभावित चेहरे के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यालय से फोन जा रहा है, जबकि सहयोगियों के साथ गृहमंत्री अमित शाह संपर्क में है। नड्डा के कार्यालय से असम के पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुशील मोदी, नारायण राणे, शांतनु ठाकुर, निशिथ प्रमाणिक सहित एक दर्जन नेताओं को बुलावा भेजा गया है। जबकि शाह ने लोजपा के नए अध्यक्ष पशुपति पारस को दिल्ली बुलाया है। शाह ने मंगलवार को जदयू के अध्यक्ष आरसीपी सिंह, अन्नाद्रमुक और वाईएसआर कांग्रेस के साथ बातचीत की। वहीं, बुधवार को शाह अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल से बातचीत करेंगे।

महाकाल के दर्शन के बाद तुरंत दिल्ली रवाना हुए सिंधिया
सिंधिया ने मंगलवार सुबह उज्जैन में महाकाल के दर्शन किए। वह जैसे ही मंदिर से बाहर निकले, भाजपा हाईकमान से फोन आ गया। इसके बाद सिंधिया आगे का कार्यक्रम निरस्त कर दिल्ली रवाना हो गए। सिंधिया ने उज्जैन में कहा, मुझे महाकाल मंदिर में दर्शन करने का सौभाग्य मिला। मेरी यही कामना है कि कोरोना के युद्ध में मानव जाति को भगवान आशीर्वाद प्रदान करें।

आठ नए राज्यपाल: अर्लेकर हिमाचल तो दत्तात्रेय हरियाणा के गवर्नर
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रहे 73 वर्षीय थावरचंद गहलोत वजुभाई वाला की जगह लेंगे, जो कर्नाटक में 2014 से राज्यपाल रहे हैं। केंद्र सरकार की अनुशंसा पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक साथ आठ राज्यपालों की नियुक्ति की। इनमें से चार नए हैं, जबकि चार राज्यपालों का दूसरे राज्यों में स्थानांतरण किया है। गोवा भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है।

वहीं, अब तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया है। जिन चार नए राज्यपालों की नियुक्ति हुई है, उनमें गहलोत को कर्नाटक, गुजरात भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगुभाई छगनभाई पटेल को मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. हरिबाबू कंभमपति को मिजोरम और गोवा विधानसभा के पूर्व स्पीकर रहे राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। चार राज्यपालों को दूसरे राज्य में स्थानांतरित किया गया है। इनमें मिजोरम के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई को गोवा का, हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को त्रिपुरा का, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा तो त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है। पशुपति पारस लोजपा से निष्कासित हैं, लिहाजा इस कोटे से उन्हें अभी मंत्री नहीं बनाया जा सकता। अभी मैं पार्टी अध्यक्ष हूं। ऐसे में पारस को लोजपा कोटे से मंत्री बनाना गैरकानूनी होगा। लोजपा कोटे से कौन मंत्री होगा कौन नहीं, यह तय करना प्रधानमंत्री मोदी का काम नहीं है।-चिराग पासवान, लोजपा अध्यक्ष

कौन शामिल होगा, कौन नहीं, इसके लिए आरसीपी सिंह अधिकृत: नीतीश
केंद्रीय कैबिनेट में कौन शामिल होगा, कौन नहीं, इसके लिए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह अधिकृत हैं। वह सब तय कर रहे हैं। किस फार्मूले पर बात हो रही है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है।

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