कोरोना से मौत की नए सिरे से होगी ऑडिट: स्वास्थ्य मंत्री बोले, संसद को जानबूझकर किया गुमराह, आक्सीजन की कमी से मौत हुई या नहीं? जानकारी जुटायेगी सरकार
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 1 मार्च के बाद हुई मौतों को लेकर नये सिरे से आडिट कराने का फैसला लिया है। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि सरकार ने संसद को जानबूझकर गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कभी ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत के आंकड़े नहीं मांगे। राज्यों के साथ इस तथ्य की जांच किए बिना यह कहा है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों से केंद्र सरकार के इनकार के बाद हंगामा खड़ा हो गया है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रमुख सचिव को निर्देश दिया है कि मौत की नये सिरे से आडिट की जाये। ताकि वास्तविकता देश के सामने आ सके। कैबिनेट मंत्री सिंहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार ने कभी भी राज्यों से ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों के आंकड़े नहीं मांगे हैं। वे एक दिन में मरने वालों की संख्या, कॉमरेडिटी के साथ मौत, बिना कॉमरेडिटी के साथ और कॉमरेडिटी का प्रकार जैसा डेटा मांगते हैं।
केंद्र सरकार ने राज्यों में इसकी जांच किए बिना जानबूझकर संसद को गुमराह किया है।स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि राहुल गांधी की निरंतर दी गई चेतावनी और सुझाव को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ उन प्राथमिक राज्यों में से एक था जिसने कोरोना संकट के दौरान ऑक्सीजन सप्लाई बनाए रखी। छत्तीसगढ़ की उत्पादन क्षमता 388.87 मीट्रिक टन है, जबकि 26 अप्रैल को अधिकतम खपत 180 मीट्रिक टन थी। फिर भी, छत्तीसगढ़ में ऐसी किसी भी अनजान घटना को ट्रैक करने के लिए ऑडिट का विकल्प तलाश रहे हैं।
टीएस सिंहदेव ने लिखा, हम कोविड की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पतालों में या बाहर किसी भी मौत के बारे में सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने सार्वजनिक ऑडिट का विस्तार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे गैर सरकारी संगठनों, नागरिक समाज के सदस्यों से अनुरोध करते हैं कि वे राज्य की बेहतरी के लिए ऐसी किसी भी पिछली घटना को हमारे संज्ञान में लाएं।