मौसम विभाग के अनुसार छत्तीसगढ़ के 16-17 जिलों में भारी बरसात की संभावना, आकाशीय बिजली भी गिरने की आशंका
रायपुर। जुलाई बीतते-बीतते बादल फिर से मेहरबान हो गए है। छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में आज दिन भर बुंदाबांदी होती रही। मौसम विभाग ने अगले 5-6 घंटों के दौरान प्रदेश के 16 से 17 जिलों में भारी बरसात की संभावना जताई है। बताया जा रहा है कि एक-दो स्थानों पर आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से थोड़ी देर पहले जारी त्वरित पूर्वानुमान के मुताबिक कुछ जिलों में भारी वर्षा होने और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। जिन जिलों में ऐसी संभावना जताई गई है उनमें, बलरामपुर, कोरबा, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, पेंड्रा, मुंगेली, कवर्धा, राजनांदगांव, दुर्ग, बेमेतरा, रायपुर, बलौदा बाजार-भाटापारा, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद तथा इससे लगे जिले शामिल हैं।
पूर्वानुमान में कहा गया है कि इन जिलों में एक-दो स्थानों पर ऐसी बरसात हो सकती है। आज दोपहर बाद मौसम विभाग ने बिलासपुर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, मुंगेली और उनसे लगे जिलों के लिए तेज वर्षा और गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई थी। बिलासपुर में शाम को 38 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। शाम को अम्बिकापुर में भी मामूली बरसात दर्ज हुई है।
शुक्रवार को रायपुर में केवल 2 मिमी बरसात
रायपुर में सुबह 8 बजे तक केवल 2 मिलीमीटर बरसात दर्ज हुई है। माना हवाई अड्डे पर यह 3.5 मिमी रही। सुबह सबसे अधिक 48 मिमी बरसात पेण्ड्रा में हुई है। उसके बाद राजनांदगांव में 19 मिमी, अम्बिकापुर में 10.4 मिमी और बिलासपुर में 5 मिमी बरसात दर्ज हुई। दुर्ग में 4.6 मिमी और जगदलपुर में 0.5 मिमी बरसात दर्ज हुई। एक जून से अब तक प्रदेश भर में 447.8 मिमी बरसात हो चुकी है। यह सामान्य से 5 प्रतिशत कम है।
आज भी एक-दो स्थानों पर भारी बरसात के आसार
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया, एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और तटीय ओडिशा और तटीय पश्चिम बंगाल के ऊपर 5.8 किलोमीटर तक स्थित है। मानसून द्रोणिका अनूपगढ़, सवाई माधवपुर, झांसी, रीवा, अंबिकापुर, छैबासा, निम्न दाब के केन्द्र से होते हुए पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर तक स्थित है। ऐसे में 24 जुलाई को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी होने की संभावना है। भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः उत्तर-पश्चिम छत्तीसगढ़ के जिले रहने की संभावना है।