कर्नाटक : भारी बारिश और जमीन धंसने से नौ की मौत, तीन लोग लापता

बंगलौर (एजेंसी)। महाराष्ट्र के बाद अब कर्नाटक में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। बारिश और जमीन धंसने के कारण अभी तक नौ लोगों की जान जा चुकी है। वहीं तीन लोग लापता हैं। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गई है। 22 जुलाई से अब तक हुई मौतों में चार उत्तर कन्नड़ जिले के हैं, दो बेलगावी से और एक-एक चिक्कमगलुरु, धारवाड़ और कोडागु से हैं। उत्तर कन्नड़ में सात स्थानों पर, चिक्कमगलुरु में चार, कोडागु में तीन और शिवमोग्गा और हासन जिलों में एक-एक भूस्खलन हुआ है।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 45 तालुकों के 283 गांवों में बारिश हुई है, जिससे 36,498 की आबादी प्रभावित हुई है। बारिश के कारण 2,600 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 78 जानवरों की मौत हुई है।

बारिश से फसलों को भारी नुकसान
राज्य में भारी बारिश और बाढ़ के कारण करीब 58,961 हैक्टेयर फसलों और 1,962 हैक्टेयर बागवानी को नुकसान पहुंचा है, जिससे 555 किलोमीटर से अधिक सड़क, 3,500 से अधिक बिजली के खंभे और 342 ट्रांसफार्मर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र के मुताबिक, उत्तर कन्नड़, शिवमोग्गा, बेलागवी, हसन, चिक्कमगलुरु, धारवाड़, दक्षिण कन्नड़ और कोडागु जिलों में शनिवार को भारी से भारी बारिश हुई। शिवमोग्गा में तीर्थहल्ली तालुक के कुदुमल्लीगे में सबसे अधिक 355 मिमी बारिश दर्ज की गई।

सीएम ने हालात का लिया जायजा
मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा रविवार को उत्तरी कर्नाटक में बारिश और बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती जिले बेलगावी का दौरा करेंगे और वहां की स्थिति का जायजा लेंगे। इससे पहले शनिवार की सुबह मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने प्रभावित जिलों के अधिकारियों से बात कर हालात का जयजा लिया। इसके अलावा उन्होंने प्रभारी मंत्रियों को अपने-अपने जिलों में रहने और वहां राहत और बचाव कार्यों की निगरानी करने का निर्देश दिया।

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