कोवैक्सीन को WHO की मंजूरी दिलाने की कोशिशें तेज, स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य वैज्ञानिक से की चर्चा

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन से मुलाकात की। जिसमें उन्होंने भारत बायोटेक के कोविड​​-19 टीके कोवैक्सीन को वैश्विक स्वास्थ्य निकाय की मंजूरी दिलाने पर चर्चा की। मनसुख मांडविया ने ट्वीट किया, “WHO की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन के साथ मुलाकात की। भारत बायोटेक के कोविड​​-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को WHO की मंजूरी के संबंध में सार्थक चर्चा हुई। डॉ. सौम्या ने कोविड-19 की रोकथाम में भारत के प्रयासों की सराहना की।”

पिछले महीने राज्यसभा को बताया गया था कि भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल होने के लिए आवेदन किया है, इसके लिए सभी दस्तावेज भी नौ जुलाई तक सौंपे जा चुके थे।

नाम न छापने की शर्त पर मामले से परिचित एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, “चर्चा फलदायी रही। ईयूएल प्रक्रिया पटरी पर है; और मंजूरी जल्द मिलनी चाहिए। एक उचित प्रक्रिया है जिसका पालन करने की आवश्यकता है, जिसमें अपना समय लगता है।”

पिछले हफ्ते जब सवाल किया गया कि क्या भारत सरकार को पता है कि कोविड वैक्सीन के रूप में इस्तेमाल की जाने वाले कोवैक्सीन को कई देशों में मान्यता प्राप्त नहीं है, तो स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लिखित उत्तर में कहा कि भारत सरकार को पता है कि कोवैक्सीन वर्तमान में डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) का हिस्सा नहीं है।

इस मामले को हल करने के सरकार की कोशिशों पर बात करते हुए पवार ने कहा कि भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने 9 जुलाई 2021 तक आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज डब्ल्यूएचओ में जमा कर दिए हैं। डब्ल्यूएचओ ने समीक्षा प्रक्रिया शुरू कर दी है। डब्ल्यूएचओ आमतौर पर आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) सबमिशन पर निर्णय लेने में छह सप्ताह तक का समय लेता है।

भारत बायोटेक द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और ICMR के साथ साझेदारी में विकसित, Covaxin को 3 जनवरी, 2021 को आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमोदित किया गया था। नैदानिक ​​परीक्षणों से पता चला है कि यह टीका लगभग 78% असरदार है।