लूट की कोशिश नाकाम: दुर्ग के मणप्पुरम गोल्ड लोन दफ्तर में पिस्तौल लहराते हुए दिनदहाड़े घुसे 2 लुटेरे, कर्मचारियों ने एक बदमाश को दबोचा, दूसरा भाग निकला
दुर्ग। दुर्ग बस स्टैंड के पास मणप्पुरम गोल्ड लोन दफ्तर में गुरुवार को लूट की कोशिश नाकाम हो गई। दोपहर करीब 2 बजे हथियारबंद लुटेरे घुसे थे, लेकिन कर्मचारी ने सतर्कता दिखाते हुए सेफ्टी अलार्म बजा दिया। इसकी सूचना उनके हेड ऑफिस में हो गई। वहां से फौरन पुलिस को सूचना दी गई। फिर मौके पर पुलिस और कर्मचारियों ने एक अधेड़ लुटेरे को दबोच लिया, जबकि दूसरा फरार हो गया है। पकड़े गए आरोपी का नाम विनय बाफना है। उसकी उम्र करीब 55 साल है, वह अपने आपको दुर्ग का रहने वाला बता रहा है।
मणप्पुरम गोल्ड लोन के दफ्तर में दोपहर को सामान्य कामकाज चल रहा था। ऑफिस में 4 कर्मचारी थे और कुछ ऐसे लोग जो गोल्ड लोन के काम से वहां आए थे। इसी समय एक दाढ़ी वाला अधेड़ आदमी और एक युवक ऑफिस के सामने कार से उतरे, फिर सीढ़ियां चढ़कर अंदर दफ्तर में दाखिल हुए। अचानक उसमें से एक बदमाश ने रिवाल्वर निकालकर लहराना शुरू कर दिया। दोनों ने वहां मौजूद लोगों और कर्मचारियों को चुप रहने और सारा कैश और सोना एक बैग में भरने की धमकी दी।
दोनों ने एक महिला से चैन भी छीनी और कमलेश नाम के एक कर्मचारी पर हमला भी किया। ये चल ही रहा था कि इस दौरान एक कर्मचारी ने इमरजेंसी अलार्म बजा दिया। यह अलार्म कंपनी के केरल हेडक्वार्टर में बजा। केरल मुख्यालय ने एसपी दुर्ग को जानकारी दी। सूचना दुर्ग पुलिस को भी दी गई। पुलिस स्टेशन पास ही होने के कारण तुरंत टीम गोल्ड लोन के दफ्तर पहुंच गई। इस समय तक दोनों लुटेरों को समझ में आ गया था कि कुछ गड़बड़ है, लिहाजा वे जो सामान हाथ लगा उसे लेकर भागने लगे।
तब तक वहां पहुंची पुलिस ने दफ्तर के गेट के बाहर ही कर्मचारियों की मदद से अधेड़ बदमाश को पकड़ लिया। दूसरा बदमाश भागने में कामयाब रहा। पकड़े गए लुटेरे के पास से लूटे हुए पैसों से भरा बैग और हथियार बरामद किया। वहीं जिस कार से बदमाश आए थे वो भी बरामद कर ली गई है।
दुर्ग एसपी प्रशांत कुमार अग्रवाल ने बताया कि दोपहर करीब 2 बजे मणप्पुरम गोल्ड लोन के दफ्तर में दो हथियार बंद बदमाश लूट की नियत से धावा बोला था। आरोपी भागने की फिराक में थे, इसी दौरान उनमें से एक विनय बाफना पकड़ा गया है। इस दौरान एक आरोपी मौके से भाग निकला है, जिसकी तलाश में पुलिस की टीम लग गई है। पकड़े गए आरोपी से पूछताछ जारी है। उससे हथियार भी बरामद कर लिया गया है।
दूसरे आरोपी के शूटर होने की जानकारी
लूट के प्रयास के दौरान गिरफ्तार किए गए विनय बाफना ने पुलिस को बताया कि उसके साथी का नाम आदर्श त्रिपाठी है। 25 साल का आदर्श मध्यप्रदेश के अलीपुर, छतरपुर का रहने वाला है। विनय को वो खुद के गैंगेस्टर और शूटर होने के बारे में बताता रहता था। उससे उसकी मुलाकात छतरपुर में एक निजी कार्यक्रम के दौरान हुई थी। पिस्तौल भी आदर्श ने ही उसे दी थी। विनय बाफना का दुर्ग में कैटरिंग का काम था, लेकिन पिछले सालों में उसका व्यापार पूरी तरह ठप पड़ गया था। आदर्श ने ही उसे लूट के बारे में कहा था और प्लान बनाया था।
8 माह पहले मणप्पुरम की एक और ब्रांच में हुई थी लूट की कोशिश
मणप्पुरम गोल्ड के ऑफिस लुटेरों के निशाने पर हैं। 24 दिसंबर 2020 को भी इस कंपनी के महाराजा चौक स्थित ब्रांच में लूट का प्रयास किया गया था। यहां से भी लुटेरे कुछ ले जाने पाने में सफल नहीं हुए थे, लेकिन पकड़ में नहीं आए। वो भी दो लुटेरे थे। पुलिस इनकी आज तक तलाश नहीं कर सकी है।