दंतेवाड़ा के आदिवासियों की मान्यता, भीमसेन पत्थर को हिलाने से होती है वर्षा,उदेला पहाड़ी पर 100 गांव के पुजारी और ग्रामीणों ने की पूजा-अर्चना

दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा के आदिवासियों की अनोखी परंपरा है। जिसको देख आप भी हैरान हो जाएंगे। यह अच्छी बारिश कराने सेकड़ो गांव के ग्रामीण जंगल में इकट्ठा होकर भीमसेन पत्थर को हिलाते है। ग्रामीणों का मानना है कि ऐसा करने से देवता प्रसन्न होकर अच्छी बारिश करेंगे जिससे किसानों को अच्छी फसल मिलेगी यह अनोखी परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही है।

बारिश की दगा-बाजी से परेशान किसान अब अपनी आस्था वाले उदेला पहाड़ पर पहुंच भीमसेन को मनाया। भीमसेन को मनने कुआकोंडा ब्लाक के 84 गांव सहित कटेकल्याण ब्लाक के बड़ेगुडरा, मोखपाल के चालकी पुजारी दंतेवाडा ब्लाक के मोलसनार, गंजेनार, उदेला के लोग आज ढोल बाजे के साथ उदेला पहाड़ पर पहुंच भीमसेन पत्थर को हिलाया और बलि दे बारिश की कामना की।

भीमसेन को मनने आदिवासी कुआकोंडा क्षेत्र की दो अर्ध्य देवी माता गगनादेई जिनका नादिर मैलेवाड़ा में स्थित है। दूसरी माता लच्छनदेई जिनकी पूजा कुआकोंडा की पुजारीपारा में होती है। गढ़पदर के कोंडराज बाबा को लेकर सैकड़ो ग्रामीण आज दिन भर बारिश के लिए पूजापाठ करते रहे।