आत्मविश्वास का प्रतीक है सोमनाथ मंदिर, आतंकवाद से नहीं कुचली जा सकती आस्था: प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली(एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर से जुड़ी कई परियोजनाओं का शुक्रवार को उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें देश में धार्मिक टूरिज्म को मजबूत करने की जरूरत है। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। यही नहीं उन्हें अपने इतिहास के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने सोमनाथ के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि आस्था को आतंकवाद से खत्म नहीं किया जा सकता। हमें अपने इतिहास से सीखना होगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल इवेंट में सोमनाथ से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस मौके पर बीजेपी के दिग्गज नेता रहे लालकृष्ण आडवाणी, होम मिनिस्टर अमित शाह, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी और कई अन्य हस्तियां भी मौजूद थीं। लाल कृष्ण आडवाणी सोमनाथ मंदिर के ट्रस्ट से भी जुड़े रहे हैं।

सोमनाथ सिर्फ मंदिर नहीं है, आत्मविश्वास का प्रतीक है
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोमनाथ मंदिर के दर्शन के लिए दुनिया भर से लोग आते रहे हैं। लेकिन अब यहां समुद्र दर्शन समेत कई अन्य चीजों के दर्शन कर सकेंगे। यहां अब पार्वती मंदिर और जूना सोमनाथ मंदिर के भी दर्शन लोग कर सकेंगे। इससे रोजगार के नए अवसर लोगों को मिलेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि आज सोमनाथ एग्जिबिशन गैलरी का भी लोकार्पण हो रहा है। इससे युवाओं को इतिहास से जुड़े और आस्था को प्राचीन स्वरूप में देखने का भी अवसर मिलेगा। सोमनाथ तो सदियों से सदाशिव की भूमि रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सोमनाथ का यह मंदिर हमारे आत्मविश्वास का प्रेरणा स्थल है। उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी व्यक्ति जब इसे देखता है तो उसे सिर्फ मंदिर ही नहीं दिखता बल्कि उसे ऐसा अस्तित्व नजर आता है, जो मानवता के मूल्यों को बताता है।

 

सोमनाथ को जितनी बार तोड़ा गया, उतनी ही बार खड़ा हुआ
सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष का भी जिम्मा संभालने वाले पीएम मोदी ने कहा कि यह मंदिर आज भी पूरी दुनिया के सामने यह आह्वान कर रहा है कि सत्य को असत्य से हराया नहीं जा  सकता। आस्था को आतंक से कुचला नहीं जा सकता। इस मंदिर को सैकड़ों साल के इतिहास में कितनी ही बार तोड़ा गया, मूर्तियों को खंडित किया गया। लेकिन इसे जितनी ही बार गिराया, यह उतनी ही बार खड़ा हो गया। आज सोमनाथ मंदिर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए एक संदेश है कि तोड़ने वाली शक्तियां कुछ वक्त के लिए भले हावी हो जाएं। लेकिन उनका अस्तित्व स्थायी नहीं होता। वे ज्यादा दिनों तक मानवता को दबाकर नहीं रख सकते। यह बात जितनी तब सही थी, जब कुछ आततायी मंदिर को गिरा रहे थे। आज भी उतनी ही सही है, जब विश्व आतंकवाद से आशंकित है। हम सभी जानते हैं कि सोमनाथ मंदिर की यह भव्यता कुछ सालों की यात्रा का परिणाम नहीं है बल्कि सदियों के संघर्ष का नतीजा है।

राम मंदिर का भी किया जिक्र, बोले- खड़ा हो रहा है नए भारत का गौरव
इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज राम मंदिर के रूप में नए भारत का गौरव भी खड़ा हो रहा है। हमें इतिहास से सीखकर वर्तमान को सुधारने और भविष्य बनाने की कोशिश होनी चाहिए। मैं जब भारत जोड़ो की बात करता हूं तो वह भविष्य के भारत के निर्माण के लिए अतीत से जोड़ने का संकल्प है। इसी आत्मविश्वास के चलते हमने अतीत के खंडहरों पर भविष्य निर्माण किया है।

पार्वती मंदिर और जूना सोमनाथ मंदिर का हुआ शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने पार्वती देवी मंदिर का भी शिलान्यास किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस मौके पर मैं सरदार वल्लभभाई पटेल के चरणों में भी नमन करता हूं, जिन्होंने देश के प्राचीन गौरव को वापस दिलाने का काम किया था। उन्होंने सोमनाथ मंदिर को स्वतंत्र भारत को स्वतंत्र चेतना का प्रतीक बनाने का काम किया था। पीएम मोदी ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन में आधुनिकता और प्राचीनता का जो संगम था, आज उसका देश अनुसरण कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि यह जरूरी है कि हम धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं को तलाशे। धार्मिक स्थानों से जो स्थानीय इकॉनमी का रिश्ता रहा है, उसे मजबूत करें।