काबुल आत्मघाती विस्फोटों में कम से कम 60 की मौत, हमलों में हो सकता है ISIS का हाथ

काबुल: युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में आझ गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट  के समीप कम से कम दो आत्मघाती विस्फोट में कई लोगों की जान गई है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि वे चिंतित हैं कि दोहरे विस्फोटों के बाद एयरपोर्ट पर और हमले हो सकते हैं. तालिबान के एक अधिकारी ने कहा कि बच्चों सहित कम से कम 13 लोग मारे गए और कई तालिबान गार्ड घायल हो गए. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मरने वालों की संख्या कम से कम 60 है.

एक अमेरिकी अधिकारी ने प्रारंभिक जानकारी का हवाला देते हुए बताया कि विस्फोट में कम से कम पांच अमेरिकी सैन्यकर्मी हताहत हुए हैं, जिसमें एक गंभीर है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि काबुल हवाई अड्डे पर लगभग 5,200 अमेरिकी सैनिक सुरक्षा व्यवस्था में तैनात हैं.संयुक्त राज्य अमेरिका और सहयोगियों ने इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के खतरे के बारे में एक दिन पहले ही चेताया था, जिसके बाद यह विस्फोट सामने आया है. अमेरिका ने हमले की चेतावनी देते हुए अफगानों से क्षेत्र छोड़ने का आग्रह किया था.

अमेरिकी कांग्रेस ब्रीफिंग से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों को पूरा विश्वास है कि इन दोनों विस्फोटों के पीछे अफगान सहयोगी इस्लामिक स्टेट का हाथ हो सकता है. जिसे इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) के रूप में भी जाना जाता है. ISIS-K का हमेशा से संयुक्त राज्य अमेरिका और तालिबान द्वारा विरोध किया जाता रहा है है.

पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि एक विस्फोट हवाई अड्डे के एबी गेट के पास और दूसरा पास के बैरन होटल के पास हुआ. दो अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि विस्फोटों में से कम से कम एक आत्मघाती बम विस्फोट प्रतीत होता है. किर्बी ने ट्विटर पर कहा, “हम पुष्टि कर सकते हैं कि एबी गेट पर विस्फोट एक जटिल हमले का परिणाम था, जिसके परिणामस्वरूप कई अमेरिकी और अन्य नागरिक हताहत हुए.” “हम एबी गेट से थोड़ी दूरी पर बैरन होटल में या उसके पास कम से कम एक अन्य विस्फोट की पुष्टि कर सकते हैं.”

काबुल में अमेरिकी दूतावास ने इसे “एक बड़ा विस्फोट” बताया और कहा कि गोलीबारी की भी खबरें आई हैं. पश्चिमी देश इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों द्वारा संभावित हमले की चेतावनी देते रहे हैं. तालिबान के लड़ाके हवाई अड्डे के बाहर रखवाली कर रहे हैं. बता दें अफगान सहयोगी इस्लामिक स्टेट तालिबान का दुश्मन है. जिसे इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) के रूप में भी जाना जाता है.

तालिबान के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर और विस्फोट की रिपोर्ट से पहले कहा, “हमारे गार्ड भी काबुल हवाई अड्डे पर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, उन्हें इस्लामिक स्टेट समूह से भी खतरा है.” व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को विस्फोट की जानकारी दे दी गई है. मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति के अनुसार, बाइडेन अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे, जब उन्हें पहली बार विस्फोट की सूचना मिली थी.

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