सब्जियों के बढ़ेंगे दाम: अचानक हुई बारिश की वजह से करीब 70 फीसदी फसल बर्बाद

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अचानक हुई बारिश की वजह से करीब 70 फीसदी सब्जियां बर्बाद हो गई है। केवल 30 प्रतिशत सब्जियां ही स्थानीय क्षेत्रों से प्राप्त हो रही है. इसलिए सब्जियों के दामों में इन दिनों बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल रही है। डीजल के दामों में वृद्धि से ट्रांसपोर्टेशन चार्ज भी बढ़ा दिए गए हैं। जिस वजह से सब्जियां पहले से ही थोड़ी महंगी थी, लेकिन बारिश की वजह से सब्जियों के दामों में और भी इजाफा हुआ है।

सब्जी मंडी के अध्यक्ष का कहना है कि आने वाले समय में सब्जियों के दाम और भी बढ़ने की संभावना हैं। जब नई सब्जियां होंगी, तब ही दामों में कमी संभावित है। लेकिन उससे पहले आम जनता को कोई राहत नहीं मिलेगी. आपको बता दें कि सब्जियों के दामों में करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल रही है। 70% सब्जियां बाहर के राज्यों से आ रही है, लेकिन वहां के सब्जियों पर भी प्रभाव पड़ा है। इसलिए आने वाले समय में वे जो सब्जियां भेज रहे हैं, उसे कम कर देंगे और सब्जियां महंगी भी हो जाएगी। अभी त्योहारी सीजन भी आने वाला है और उस समय भी सब्जियों के दामों में कमी देखने को नहीं मिलेगी. जब नई सब्जियों का उत्पादन होगा, तभी दामों में कमी आएगी।

सब्जियों के परिवहन में भी काफी ज्यादा दिक्कत आ रही है, क्योंकि काफी क्षेत्रों पर जलभराव जैसी स्थितियां निर्मित हुई है। इस वजह से आवक भी कम है। गोभी 80 रुपए किलो, शिमला मिर्च 80 रुपए किलो, धनिया 120 रुपए किलो, सेमी 80 रुपए किलो, पत्ता गोभी 40 रुपए किलो, गाजर ओर बीटरूट 40 रुपए किलो, करेला, भिंडी, खीरा, भाटा भी 40 रुपए किलो, मुनगा 80 रुपए किलो, बींस 80 रुपए किलो बताए जा रहे हैं। आने वाले समय में इनके दाम और भी बढ़ेंगे।

बता दें कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और सरगुजा संभाग में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट अब भी जारी है। मौसम विभाग का कहना है कि छत्तीसगढ़ के सरगुजा और बिलासपुर संभाग में अच्छी बारिश होने की संभावना है। तापमान में परिवर्तन संभावित है। बाकी स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा संभावित है। मौसम विज्ञानी एच.पी चंद्रा ने कहा कि 18 सितंबर को छत्तीसगढ़ में बारिश के लिए सिस्टम बनेगा तब तक छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों पर हल्की वर्षा संभावित है। लेकिन मानसून की विदाई फिलहाल संभव नहीं है।