कवर्धा हिंसा पर पुलिस का एक्शन, बीजेपी सांसद संतोष पांडे समेत दो पर FIR

कवर्धा। छत्तीसगढ़ पुलिस ने कवर्धा शहर में भड़की हिंसा के बाद भाजपा सांसद संतोष पांडे और भाजपा के पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। दोनों के खिलाफ दंगा करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में मामला दर्ज हुआ है।पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा, “शुरुआती जांच के आधार पर हमने निष्कर्ष निकाला है कि कवर्धा इलाके में दंगा भड़काने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में संतोष पांडे और अभिषेक सिंह दोषी है। इसलिए दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हई।”

एसपी गर्ग ने आगे कहा कि मामले की संवेदनशीलता के कारण एफआईआर को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। कहा,  “संतोष पांडे और  अभिषेक सिंह दोनों दक्षिणपंथी संगठन द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में मौजूद थे, जो 5 अक्टूबर को हिंसक हो गया था।” उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दंगा और हिंसा के आरोप में अब तक लगभग 95 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कवर्धा में मुख्य मार्ग पर धार्मिक झंडा हटाने को लेकर दो समुदायों में झड़प हो गई थी। जिसके बाद हिंसा शुरू हुई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके में धारा 144 लगा दी थी। इस हिंसा में तीन पुलिसकर्मियों समेत करीब एक दर्जन लोग मामूली रूप से घायल हुए थे। तनाव की शुरुआत 3 अक्टूबर की शाम को हुई, जब लोहारा चौक इलाके से धार्मिक झंडा हटाने को लेकर दो समुदायों के बीच कहासुनी हो गई।

पुलिस ने बताया कि विवाद के एक दिन बाद एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा विरोध का आह्वान किया गया, जो प्रदर्शनकारियों के दूसरे समुदाय के क्षेत्रों में प्रवेश करने पर हिंसक हो गया। पुलिस ने कहा कि बाइकों को आग लगा दी गई और अन्य समुदायों के कुछ घरों में भी तोड़फोड़ की गई। बाद में, कुछ स्थानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कस्बे में सख्त कर्फ्यू लगा दिया गया। बता दें कि कवर्धा पूर्व सीएम रमन सिंह का गृह नगर है और वर्तमान राज्य के वन मंत्री मोहम्मद अकबर का गृह जिला भी है। पुलिस का दावा है कि विरोध प्रदर्शन में अभिषेक सिंह और सांसद संतोष पांडे मौजूद थे।