रियल एस्टेट में बूम, 1500 करोड़ के प्रोजेक्ट रेरा में मंजूर

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रायपुर। राजधानी समेत राज्यभर में रियल एस्टेट में ऐसा बूम कभी नहीं आया, जितना अभी दिखाई दे रहा है। पिछले साल यानी 2019-20 के शुरुआती छह माह में शासकीय और निजी कंस्ट्रक्शन कंपनियों ने 40 से कम प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) में रजिस्टर्ड करवाए थे।

इसमें भी कई कोरोना काल के पहले यानी 1 अप्रैल 2019 से फरवरी 2020 तक के थे और इन प्रोजेक्ट की कुल लागत भी 1000 करोड़ रुपए से कम थी लेकिन इस वित्तीय वर्ष यानी 1 अप्रैल 2021 से सितंबर तक ही 1519 करोड़ के 64 नए और बड़े प्रोजेक्ट मंजूर किए जा चुके हैं। इनमें से अधिकतर में काम भी शुरू हो चुका है। सारे प्रोजेक्ट को मिलाकर 20 हजार से ज्यादा नए मकान अगले एक-दो साल में लोगों को मिल जाएंगे। छत्तीसगढ़ क्रेडाई और बिल्डरों का दावा है कि राज्य बनने के बाद रियल एस्टेट के कारोबार में इतनी तेजी कभी नहीं आई, जितनी अभी है।

20 हजार मकानों के साथ-साथ इन प्रोजेक्ट्स में हजारों दुकानें, ऑफिस और डेवलप्ड प्लॉट खरीदने का मौका मिलने जा रहा है। यानी लोगों को हर कीमत और एरिया में बजट-पसंद के अनुसार प्रॉपर्टी खरीदने का मौका मिलेगा। आमतौर पर दिवाली में रियल एस्टेट में राज्यभर में 1000 करोड़ से ज्यादा की खरीदी-बिक्री होती है। इसमें 600 करोड़ से ज्यादा कारोबार केवल रायपुर में ही होता रहा है। लेकिन पिछले दो साल से यानी 2019-20 और 2020-21 में दिवाली में आधे से भी कम कारोबार हुआ। इसलिए बिल्डरों को भरोसा है कि इस बार बंपर कारोबार होगा। यही वजह है लोगों को धरातल पर जमीन-मकान दिखाने के लिए प्रोजेक्ट के पंजीयन के साथ ही उस पर काम भी शुरू कर दिया गया है, ताकि लोग बुकिंग करवा सकें।

सर्वाधिक प्रोजेक्ट रायपुर में
रेरा से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट रायपुर में चल रहे हैं। राजधानी में अभी 50 से ज्यादा प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है। इसके बाद बिलासपुर में 20 से 40, राजनांदगांव-दुर्ग में 10 से 20, जांजगीर-चांपा में 5 से 10 और 5 से कम प्रोजेक्ट सूरजपुर, सरगुजा, कोरबा, कबीरधाम, बेमेतरा, बलौदाबाजार, महासमुंद, धमतरी, कांकेर, कोंडागांव, बस्तर जिलों में चल रहे हैं। राज्यभर में ऐसे भी बिल्डर हैं जिन्होंने अपना प्रोजेक्ट रेरा में पंजीयन करवा लिया है लेकिन अभी तक उन पर काम शुरू नहीं किया है। इस साल ऐसे दर्जनों बिल्डरों को नोटिस भी जारी किया गया था।

दस्तावेजों की जांच के बाद रजिस्ट्रेशन
सभी तरह के दस्तावेजों की जांच के बाद रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। कोरोना की वजह से पिछले साल रफ्तार कम थी, लेकिन इस साल ज्यादा बिल्डर्स और प्रमोटर्स ने अपने प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड करवाए हैं।
-डॉ. अनुप्रिया मिश्रा, रजिस्ट्रार छत्तीसगढ़ रेरा

करीब दो साल बाद इस दिवाली में रियल एस्टेट का कारोबार बूम होगा। शुरुआत नवरात्रि से हो गई है। कोरोना और लॉकडाउन की वजह से रुके प्रोजेक्ट के साथ-साथ नए प्रोजेक्ट की संख्या भी बढ़ गई है।
-मृणाल गोलछा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ क्रेडाई

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