ओमिक्रॉन को नहीं रोक पाएंगे यात्रा प्रतिबंध, 60 से ऊपर की उम्र वाले न करें ट्रैवल, यह बहुत जोखिम भरा है: डब्ल्यूएचओ

The World Health Organization in Geneva has faced criticism from President Trump over its handling of the pandemic.

न्यूयॉर्क/जेनेवा। कोरोनावायरस के नए वैरिएंट को देखते हुए दुनिया सतर्क है। कई देशों ने यात्राओं पर भी प्रतिबंध लगा दिए हैं। वहीं डब्ल्यूएचओ का कहना है कि व्यापक यात्रा प्रतिबंध ओमिक्रॉन के प्रसार को नहीं रोक पाएंगे। इसलिए 60 से अधिक उम्र के लोगों को अपनी यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए। डब्ल्यूएचओ ने ओमीक्रॉन के खतरे को देखते हुए यात्रा करने की सलाह पर बयान जारी किया। इसमें कहा कि व्यापक यात्रा प्रतिबंध नए कोरोना वैरिएंट के प्रसार को नहीं रोकेगा और वे जीवन और आजीविका पर भारी बोझ डालेगा। आगे इसमें कहा गया है कि 60 से अधिक उम्र के लोगों को यात्रा स्थगित करने की सलाह दी जानी चाहिए।

कोरोना संक्रमित हो चुके लोगों को ज्यादा खतरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि प्रारंभित नतीजों से पता चला है कि जिन लोगों को पहले कोरोना संक्रमण हो चुका है, उन्हें ज्यादा ही बचाव करने की जरूरत है। क्योंकि नए वैरिएंट में तेजी से म्यूटेशन हो रहे हैं और यह कोरोना संक्रमित हो चुके व्यक्तियों में तेजी से फैल सकता है।

कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वालों पर ज्यादा खतरा 
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि डेल्टा व डेल्टा प्लस के अलावा कोरोना के जितने भी वैरिएंट सामने आए हैं, वह कमजोर प्रतिरक्षाा प्रणाली वाले लोगों के लिए खतरा बने हैं, जिन लोगों की कोरोना के कारण मृत्यु हुई, उसमें भी ज्यादातर ऐसे ही लोग थे जो शारीरिक तौर पर कमजोर थे। इसलिए नए वैरिएंट के संभावित खतरे के बीच एहतियात ही सबसे बड़ा हथियार है।

वैक्सीनेशन पूरा किया जाना जरूरी
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक का कहना है कि हम पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने में जितना ज्यादा समय लगाएंगे, वायरस उतनी तेजी से म्यूटेट होगा और तेजी से फैलेगा। इसलिए वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि सभी को दोनों खुराक लगाई जाएं।

भारत की जोखिम वाले देशों की सूची से बांग्लादेश हटा
भारत ने मंगलवार को बांग्लादेश को जोखिम वाले देशों की सूची से हटा दिया।जोखिम वाले देशों के यात्रियों को भारत आगमन पर अतिरिक्त उपायों का पालन करना होगा। बांग्लादेश ने भारत के समक्ष मामला उठाए जाने के बाद बांग्लादेश को सूची से हटा दिया गया था। बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने ढाका में कहा कि इस मुद्दे को भारत के साथ उठाया गया था। उन्होंने मीडिया को एक संदेश में कहा कि हमारे अनुरोध के कारण, भारतीय उच्चायोग ने सूचित किया है कि बांग्लादेश को भारत की रेड लिस्ट से हटा दिया गया है। भारत में अब तक ओनीक्रॉन का कोई मामला सामने नहीं आया है, केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों के आगमन के पहले दिन होने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण सुनिश्चित करें।

बहुत अधिक जोखिम भरा है ओमिक्रॉन: डब्ल्यूएचओ
डब्ल्यूएचओ ने कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट से वैश्विक जोखिम को लेकर सख्त व स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि अब तक के सुबूतों से यह साफ है भारी म्यूटेशन के बाद कोविड-19 का यह वैरिएंट विश्व स्तर पर गंभीर नतीजे छोड़ सकता है। इस बीच जापान, फ्रांस व स्पेन में ओमिक्रॉन संक्रमण के चिंता बढ़ाने वाले नए मामले सामने आए हैं। डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस गेब्रेयेसेस ने चेताया, यह न मानें कि कोविड हमारे बीच से चला गया है। ओमिक्रॉन से साफ संदेश मिलता है कि अभी कोविड से लंबी लड़ाई लड़नी है। सभी सदस्य देशों को जारी एक सुझाव में डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रॉन को लेकर कहा कि इसे लेकर काफी अनिश्चितताएं हैं, लेकिन प्रारंभिक साक्ष्य बताते हैं कि ढेर सारे म्यूटेशन के कारण यह वैक्सीन और प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया से बच सकता है।

इस कारण इसकी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने की क्षमता को बढ़ जाती है। इन विशेषताओं के आधार पर माना जा सकता है कि ओमिक्रॉन के चलते आने वाले दिनों में कोविड संक्रमण के नए मामलों में वैश्विक स्तर पर भारी वृद्धि हो सकती है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इस बीच, ब्रिटेन में मास्क और ग्रीस में वैक्सीन जरूरी कर दी गई है। जबकि यूरोपीय संघ (ईयू) ने दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति राममफोसा द्वारा ओमिक्रॉन को पहचान कर इसकी जानकारी सबके साथ साझा करने की प्रशंसा की। अब तक ओमिक्रॉन की वजह से किसी की मौत की सूचना नहीं मिली है, लेकिन इसके बारे में निश्चित रूप से बहुत कम जानकारी है। इसमें यह भी शामिल है कि क्या यह अधिक संक्रामक है और इससे गंभीर बीमारी होने की अधिक आशंका है या फिर यह टीकों से बचने में अधिक सक्षम है।

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