9 दिन में 30 देशों तक ओमिक्रॉन का तांडव, डेल्टा से कितना अधिक खतरनाक और क्या हैं लक्षण, जानें नए खतरे के बारे में सबकुछ

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन महज नौ दिन के अंदर 30 देशों में फैल चुका है। दक्षिण अफ्रीका से शुरू हुआ यह वेरिएंट अब भारत तक पहुंच चुका है। यही नहीं, इस वेरिएंट का फैलाव डेल्टा वेरिएंट से कई गुना ज्यादा है। डेल्टा वेरिएंट की वजह से भारत में दूसरी लहर आई थी। आइए जानते हैं कि ओमिक्रॉन ने अब तक किन देशों में दी दस्तक और यह डेल्टा से कितना खतरनाक हैं।

तेजी से फैल रहा

24 नवंबर : दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में सबसे पहले मामले सामने आए
26 नवंबर : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वेरिएंट को ‘ओमिक्रॉन’ नाम दिया। यह चार और देश नीदरलैंड, इजरायल,हांगकांग और बेल्जियम में फैला
27 नवंबर : ऑस्ट्रेलिया, चेक गणराज्य, इटली, जर्मनी और ब्रिटेन में भी ओमिक्रॉन ने दस्तक दी
28 नवंबर : ओमिक्रॉन दो और देश डेनमार्क और ऑस्ट्रिया में भी पहुंचा
29 नवंबर : कनाडा, स्वीडन, स्पेन और स्विट्जरलैंड में भी इस वेरिएंट से संक्रमित लोग पाए गए
30 नवंबर : फ्रांस, जापान और पुर्तगाल में भी ओमिक्रॉन से संक्रमित मामलों की पुष्टि हुई
01 दिसंबर : नौ और देशों में यह वेरिएंट फैला। इनमें सऊदी अरब, ब्राजील, दक्षिण कोरिया, यूएसए, नार्वे, आयरलैंड, घाना, नाइजीरिया, यूएई

ओमिक्रॉन बनाम डेल्टा: कौन कितना खतरनाक

ओमिक्रॉन 
– ओमिक्रॉन में कुल 53 म्यूटेशन हो चुके हैं, जिनमें से 32 म्यूटेशन तो उसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं
– ओमिक्रॉन के रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन में भी 10 म्यूटेशन हो चुके हैं।

डेल्टा
– डेल्टा वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में कुल 18 म्यूटेशन हुए थे। स्पाइक प्रोटीन के जरिए ही वायरस शरीर में प्रवेश करता है
– जबकि डेल्टा वेरिएंट में महज 2 ही म्यूटेशन हुआ था। रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन वायरस का वह हिस्सा है जो इंसान के शरीर के सेल से सबसे पहले संपर्क में आता है

कौन कितनी तेजी से फैल रहा
– ओमिक्रॉन की आर वैल्यू डेल्टा से करीब छह गुना अधिक है, जिसका मतलब है कि ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज 35-45 लोगों में संक्रमण फैलाएगा
– डेल्टा वेरिएंट की आर वैल्यू 6-7 थी। इसका मतलब ये है कि डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति इस वायरस को 6-7 व्यक्तियों में फैला सकता है

टीका कितना असरदार
– ओमिक्रॉन वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक म्यूटेशन की वजह से इस पर मौजूदा वैक्सीनों के बहुत कम प्रभावी रहने की आशंका है
– डेल्टा वेरिएंट पर कोविशील्ड वैक्सीन काफी प्रभावी रही थी। वैक्सीन की एफिकेसी (प्रभावकारिता) 63 फीसदी रही थी

दोनों के लक्षणों कैसे अलग
ओमिक्रॉन के लक्षण डेल्टा से कुछ अलग हो सकते हैं। जैसे ओमिक्रॉन में स्वाद या गंध नहीं जाती है, जबकि डेल्टा में ऐसा होता है। हालांकि निश्चित रूप से ऐसा कहना अभी जल्दबाजी होगी। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि फिलहाल इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ओमीक्रोन के लक्षण कोरोना के पहले के वेरिएंट से अलग हैं। मतलब स्वाद और गंध जाने को छोड़कर डेल्टा और ओमिक्रॉन के प्रमुख लक्षण जैसे-गले में खराश, बुखार, थकान और सिरदर्द, एक जैसे ही हैं।

इन देशों ने सीमाएं बंद की
– इजरायल,जपान और मोरक्को ने ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए अपनी सीमाएं सील कर दी है
– इजरायल ने अगले 14 दिनों के लिए विदेश से आने वाले लोगों पर देश में आने पर पाबंदी लगा दी है
– जापान ने एक महीने के लिए अपनी सीमाओं को विदेश से आने वाले लोगों के लिए बंद कर दिया है
– मोरक्को ने दूसरे देशों से आने वाली सभी उड़ानों को दो सप्ताह के लिए सस्पेंड कर दिया है

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