करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी के ठग पति-पत्नी गिरफ्तार
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, धमतरी समेत कई जिलों के निवेशकों से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी के लोकल मास्टर माइंड पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों धमतरी के रहने वाले हैं और फरार होकर रायपुर में नाम बदलकर छिपे थे। पुलिस ने रायपुर में दबिश देकर उनके पास से 18 तोला सोना व एक लाख 9 हजार रुपए बरामद किया है। जब्त सोने की कीमत करीब 9 लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस की यह पहली कार्रवाई है। जिसमें चिटफंड कंपनी के संचालकों से नकद व गहने बरामद किया गया है।
SP पारूल माथुर ने बताया कि राज्य शासन के निर्देश पर चिटफंड के प्रकरणों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी करने एवं निवेशकों की धन वापसी के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया कि जीएन गोल्ड चिटफंड कंपनी के खिलाफ जिले के कोटा, तोरवा, बिल्हा, रतनपुर, तखतपुर, सरकंडा, मस्तूरी में 7 प्रकरण दर्ज हैं। कंपनी के डॉयरेक्टर सतनाम सिंह रंधावा को पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया था। कुछ दिन पहले ही एक अन्य डायरेक्टर नरेंद्र सिंह को भी पुलिस हरियाणा से पकड़ कर लाई थी। पुलिस की जांच में पता चला था कि शैलेन्द्र गोस्वामी धमतरी जिले के कुरुद थाना क्षेत्र के मरौद का रहने वाला है। लिहाजा, पुलिस ने कई बार उसके गांव में दबिश दी। पर वह नहीं मिला। दरअसल, चिटफंड कंपनी में धोखाधड़ी करने के बाद वह पहले भी गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद जमानत मिलने पर गायब हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, तब उसके बेटी के गायक होने व सोशल मीडिया में सक्रियता की खबर पुलिस को मिली। कड़ी मशक्कत कर पतासाजी करते हुए पुलिस ने रायपुर के सरोना स्थित ग्रीन कालोनी सासासार में दबिश दी। जहां शैलेंद्र अपना नाम बदलकर रह रहा था। पुलिस ने उसकी पत्नी मंजूला गोस्वामी को भी गिरफ्तार किया है।