इतनी नग्नता से किसी कलेक्टर का प्रदर्शन नहीं देखा, उसका भविष्य ठीक नहीं- प्रेम प्रकाश पांडेय
भिलाई। भिलाई नगर निगम चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा नेताओं ने धांधली, गलत मतगणना और अफसरों की मिलीभगत का आरोप लगाया है। पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने तो यहां तक कह दिया कि अपने 45 साल के राजनीतिक जीवन में इतनी नग्नता के साथ किसी कलेक्टर का प्रदर्शन नहीं देखा, जो तलवे चाट रहा हो पूरे शासन का। पूर्व मंत्री ने बातों ही बातों में कलेक्टर का भविष्य भी बता दिया कि जिस तरह से उसने कार्य किया। उसका भविष्य आगे ठीक नहीं रहेगा। भाजपा नेता मीडिया से बात कर रहे थे।
पूर्व मंत्री पांडेय ने कहा, ‘प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इस जिले के कलेक्टर को निर्देश था। इसलिए कलेक्टर ने इस तरह का नग्नता पूर्ण प्रदर्शन किया। हमने कभी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया। आप बताओ कौन सा न्याय है। एक वोट से जीते प्रत्याशी को तुम तुरंत प्रमाण पत्र दे रहे हो और तीन वोट से जीते प्रत्याशी की रिकाउंटिंग करा रहे हो। लोकतंत्र की लड़ाई में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश में जाकर बोलते हैं कैसा कलेक्टर है और खुद ऐसा कलेक्टर पाल कर रहे हैं, जिसकी नीयत ठीक नहीं है। जिसकी नियति कुछ नहीं है। सिर्फ और सिर्फ सरकार और सरकारी जो नेता हैं उनके कहने पर कार्य करता है।’
पूर्व मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘कलेक्टर यह मत भूलें कि उसे बहुत लंबी सर्विस करनी है। ऐसी नग्नता का प्रदर्शन करेगा तो जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ेगा। राजनेता तो आते जाते रहते हैं। ये तीन साल के मुख्यमंत्री हैं हमारे पास तो 15 साल वाले हैं। इस तरह से वह कार्य करेगा तो उसका भविष्य ठीक नहीं है।’ वहीं, दुर्ग सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने निकाय चुनाव जीता नहीं लूटा है।
चुनाव की घोषणा के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और बूथ एजेंट के घरों में पुलिस को भेजकर भय व आतंक का वातावरण निर्मित करने का प्रयास किया गया। इससे उनके परिवार में डर का वातावरण निर्मित हुआ है। स्ट्रांग रूम में जहां मत पेटियां रखी गयीं थीं वहां किसी को भी जाने की अनुमति नहीं होती। इसके बाद भी भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव द्वारा कांग्रेस के कुछ प्रत्याशियों को लेकर वहां का दौरा किया गया। यह आदर्श आचार संहिता के खिलाफ है। सुबह से ही भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को मतगणना स्थल पर जाने से रोका गया। इसके विपरीत कांग्रेस और NSUI के लोग बड़ी संख्या में वहां उपस्थित रहे। चुनाव नियमों के अनुसार प्रत्याशियों को मतगणना स्थल पर जाने का अधिकार है। इसके बाद भी केवल BJP के प्रत्याशियों को वहां जाने से रोकना संदेह की स्थिति को निर्मित करता है। मतगणना का हर चरण पूरा होने पर उस चरण का प्रमाण पत्र सभी प्रत्याशियों को देना अनिवार्य है। मतगणना स्थल कई वार्डों के प्रत्याशियों को यह नहीं दिया गया। इससे यह प्रतीत होता है कि सरकार और प्रशासन जनादेश को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। कई प्रत्याशियों की जीत की घोषणा होने के बाद भी उनका प्रमाण-पत्र देने में काफी देरी की गई। यह सरकार की गलत मंशा को दर्शाता है। सभी मतपेटियों से बिना मुहर लगे मत पत्र बड़ी संख्या में प्राप्त हुए। इनका गलत इस्तेमाल करके चुनाव परिणामों को प्रभावित करने का प्रयास किया गया।