छत्तीसगढ़ की धर्म संसद पर छिड़ा विवाद, कालीचरण महाराज के महात्मा गांधी पर बिगड़े बोल
रायपुर। हरिद्वार की धर्म संसद में हेट स्पीच से उठे विवाद के बाद अब रायपुर में आयोजित धर्म संसद भी विवादों के घेरे में आ गई है। रविवार को हुए इस आयोजन में धर्मगुरु कालीचरण महाराज ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। इस दौरान कालीचरण महाराज ने नाथूराम गोडसे की तारीफ भी की। महात्मा गांधी के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों ने कालीचरण महाराज की आलोचना की है। वहीं उनके खिलाफ केस भी दर्ज हो गया है।
बड़े पैमाने पर हो रहा विरोध
उधर कालीचरण महाराज का का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विभिन्न राजनीतिक दलों ने उनकी आलोचना शुरू कर दी है। कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी और महाराष्ट्र के मंत्रियों नेताओं ने भी उनकी आलोचना की है। कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने अपनी ट्वीट में लिखा है कि यह भगवाधारी फ्रॉड राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सरेआम गालियां दे रहा है। इसे तत्काल अंदर करना चाहिए। गांधी जी से किसी का वैचारिक मतभेद हो सकता है, पर उनका अपमान करने का हक किसी को नहीं है। यह अक्षम्य अपराध है। वहीं महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने कहाकि सत्य, अहिंसा को झूठ और हिंसक कभी हरा नहीं सकते। बापू हम शर्मिंदा हैं। तेरे कातिल जिंदा हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने टि्वटर पर लिखा है, ‘ये कौन है जो हमारे राष्ट्रपिता को गाली दे रहा है? मोदी जी कुछ करेंगे या इनको भी दिल से माफ नहीं कर पाएंगे।’
यह कहा था कालीचरण महाराज ने
रावटभाटा मैदान में आयोजन के दूसरे और आखिरी दिन कालीचरण महाराज धर्म संसद को संबोधित कर रहे थे। आउटलुक के मुताबिक उन्होंने कहा हमारा प्राथमिक कर्तव्य अपने धर्म की रक्षा करना है। हमें सरकार में एक कट्टर हिंदू नेता को चुनना चाहिए, भले ही वह किसी भी दल का हो। उन्होंने आगे कहाकि हमारे घरों की महिलाएं बहुत अच्छी और सभ्य हैं और वो वोट डालने नहीं जाती हैं। लेकिन जब गैंगरेप होंगे तो तुम्हारे घरों की महिलाओं का क्या होगा मूर्खों! उन्होंने आगे कहाकि मैं उन्हें कह रहा हूं, जो वोट डालने नहीं जातीं। इसके बाद कालीचरण महाराज ने कहाकि इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या की।
महंत रामसुंदर दास ने जताई आपत्ति
वहीं इस आयोजन में भी कालीचरण महाराज के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। कांग्रेस के पूर्व विधायक और छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने कहाकि देश की आजादी के लिए सबकुछ कुर्बान करने वाले राष्ट्रपिता के खिलाफ इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया गया और यहां तालियां बजाई गईं। आजादी के लिए अपना सबकुछ बलिदान करने वाले महात्मा गांधी को देशद्रोही बताया जा रहा है। रामसुंदर दास ने कहाकि मैं आयोजक से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने इस पर आपत्ति क्यों नहीं उठाई। उन्होंने मामले पर खेद जताते हुए कहाकि मैं इस आयोजन से खुद को अलग कर रहा हूं और मंच से उठकर चले गए।