दुर्ग जिले में बढ़ा कोरोना का संक्रमण, एक दिन में 1384 लोगों के टेस्ट में 11 पॉजिटिव

दुर्ग। कोरोना की दूसरी लहर से अभी दुर्ग जिला पूरी तरह से उबर भी हीं पाया है कि यहां फिर से कोरोना का संकट गहराने लगा है। इसे कोरोना की तीसरी लहर कहें या लोगों को लापरवाही, लेकिन दिसंबर महीना जिले के लिए सबसे खतरनाक रहा है। पहले पिछले एक सप्ताह में तीन मौतें और अब एक ही दिन में 1384 लोगों के टेस्ट में 11 की पॉजिटिव रिपोर्ट आने से शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया है। कलेक्टर डॉ. एसएन भुरे ने स्वास्थ्य विभाग को अधिक से अधिक टेस्ट और वैक्सीनेशन पर जोर देने के निर्देश दिए हैं।

सीएमएचओ दुर्ग डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर के मुताबिक दुर्ग में कोरोना संक्रमण का रेशियो बढ़ रहा है। पिछले कुछ दिन के आंकड़ों की बात करें तो 22, 23 और 28 दिसंबर को एक-एक मौत के साथ ही कम सैंपल में 5-7 पॉजिटिव केस औसतन आए हैं। 27 दिसंबर से विभाग ने टेस्ट की संख्या को बढ़ाया है। टेस्ट की संख्या बढ़ाने से साफ पता चल रहा है कि यदि एक दिन में चार से पांच हजार टेस्ट किए जाएं तो आंकड़े भयावह होंगे। 27 दिसंबर की बात करें तो मात्र 1638 सैंपल में 5 पॉजिटिव मिले। इसी तरह 28 दिसंबर को 2112 टेस्ट में 7 पॉजिटिव और एक डेथ हुई है। 29 दिसंबर को 1537 में तीन और 30 दिसंबर को मात्र 1384 टेस्ट में 11 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। गुरुवार को अचानक पॉजिटव का आंकड़ा दहाई अंक को क्रास करने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। सीएमएचओ ने लोगों से अपील की है वह कोविड गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन करें और जरूरी होने पर मास्क लगाकर घर से बाहर निकलें।

गुरुवार 30 दिसंबर को मिले संक्रमितों की बात करें तो इसमें दुर्ग शहर के केस न के बराबर है। सबसे अधिक 11 में से लगभग 9 केस भिलाई शहर के रिसाली, वैशाली नगर, उतई, दीपक नगर, बोरसी, हुडको और नेहरू नगर जैसे इलाकों से आए हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार बाहर दूसरे राज्य खासकर विदेश से आने वालों पर सख्ती से नजर रखी जा रही है। रेलवे स्टेशन में थर्मल स्कैनिक को जरूरी किया गया है। वहीं विदेश से आने वाले हर एक व्यक्ति की पूरी जानकारी लेकर उसका कोविड टेस्ट किया जा रहा है। विदेश से आने वाले लोगों का सैंपल ओमीक्रॉन टेस्ट के लिए भी बाहर भेजा जा रहा है।

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