देश के 23 राज्यों में ओमिक्रोन के 1431 केस दर्ज, महाराष्ट्र और दिल्ली में सबसे ज्यादा मामले
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अब तक कुल 23 राज्यों में 1431 मामले सामने आए हैं, जिसमें से 488 मरीज संक्रमण से ठीक हो चुके हैं. ओमिक्रोन संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं. उसके बाद राजधानी दिल्ली में हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा ओमिक्रोन के केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र में अब तक कुल 454 ओमिक्रोन के केस रिपोर्ट हुए हैं, जिसमें से 167 मरीज ठीक हो चुके हैं. इसके बाद राजधानी दिल्ली में 351 संक्रमण के मामले सामने आए हैं, जिसमें से 57 ठीक हुए हैं. इसी तरह तमिलनाडु में 118 मामले आये हैं और 40 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं.
भारत में 20 राज्यों केस केस कुछ इस तरह हैं-
- गुजरात में 115 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 69 ठीक हो चुके है.
- केरल में 109 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 1 मरीज ठीक हो चुका है.
- राजस्थान में 69 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 61 मरीज ठीक हुए
- तेलंगाना में 62 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 18 ठीक हो चुके है.
- हरियाणा में 37 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 25 ठीक हो गए है.
- कर्नाटक में 34 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 18 ठीक हो गए है.
- आंध्र प्रदेश में 17 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 3 ठीक हो चुके है.
- पश्चिम बंगाल में 17 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 3 ठीक हुए
- उड़ीसा में 14 केस रिपोर्ट हुए औए 1 मरीज ठीक हुआ है.
- मध्य प्रदेश में 9 मामले रिपोर्ट हुए सब ठीक हो गए है.
- उतार प्रदेश में 8 केस सामने आए और 4 ठीक हो चुके है.
- उत्तराखंड 4 केस रिपोर्ट हुए थे सभी ठीक हो चुके है.
- चंडीगढ़ में 3 केस रिपोर्ट हुए जिसमें से 2 ठीक हो गए.
- जम्मू और कश्मीर में 3 केस आये थे सभी रिकवर हो गए.
- अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह में 2 केस रिपोर्ट हुए है.
- गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर और पंजाब एक एक केस रिपोर्ट हुए है.
भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा कि बढ़ते कोरोना की पॉजिटिविटी रेट को ध्यान में रखते हुए कोरोना की जांच में तेजी लाने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट( RAT) का इस्तेमाल बढ़ाएं. साथ ही केंद्र सरकार ने राज्यों को बढ़ते पॉजिटिविटी रेट को लेकर आगाह किया है. केंद्र ने कहा है कि देश के कई हिस्सों में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में तेजी से इजाफा हो रहा है, जिसे ध्यान में रखते हुए टेस्ट में तेजी लाई जाए.
केंद्र ने राज्यों से कहा कि RTPCR के अलावा रैपिड एंटीजन टेस्ट का इस्तेमाल करें और साथ ही ICMR से स्वीकृत होम टेस्टिंग किट का भी को यूज में ला सकते हैं, जिससे कि कोरोना के पॉजिटिव केस की जांच समय पर हो सकें और वक्त पर ऐसे पॉजीटिव मरीजों को आइसोलेट करवाया जा सके. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और आईसीएमआर चीफ बलराम भार्गव की संयुक्त चिट्ठी में इस बात का जिक्र है कि RTPCR से जांच रिपोर्ट आने में देरी हो सकती है, इसलिए राज्य सरकारें रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा कि इस बात पर जोर दिया जाना चाहिए कि कोरोना के मामलों के मौजूदा उछाल के दौरान कोई भी व्यक्ति खांसी, सिरदर्द, गले में खराश, सांस फूलना, शरीर में दर्द,स्वाद या गंध, थकान और दस्त हो तो उसे संदिग्ध मामले के रूप में माना जाना चाहिए. ऐसे सभी व्यक्ति का टेस्ट किया जाना चाहिए. टेस्ट के रिजल्ट को देखते हुए उन्हें तुरंत आइसोलेशन में रहने सलाह दी जानी चाहिए.और ऐसे लोग स्वास्थ्य मंत्रालय के आइसोलेशन के दिशानिर्देशों का पालन करें