कलेक्टर पर आरोपों का वीडियो वायरल

अंबिकापुर। कलेक्टर बंगला बलरामपुर में पदस्थ अर्दली के बलरामपुर कलेक्टर कुंदन कुमार पर जातिगत गाली-गलौच और थप्पड़ मारने का आरोप लगाने संबंधी वीडियो व मुख्यमंत्री के नाम आवेदन पत्र इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया है। कलेक्टर कुंदन कुमार ने शुरू से ही आरोपों को सच्चाई से परे बताया था। शाम को कर्मचारी के बयान का एक नया वीडियो सामने आया जिसमें उन्होंने कलेक्टर के व्यवहार व कामकाज की तारीफ करते हुए कहा कि कलेक्टर मुझे बेटे के तरह करते है। दरअसल बलरामपुर कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ अर्दली शिवनारायण राम का एक वीडियो व मुख्यमंत्री के नाम शिकायती आवेदन पत्र बुधवार सुबह इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो और शिकायत पत्र के मुताबिक शिवनारायण राम कलेक्टर बंगला में काम करता है। तब से वह प्रतिदिन सुबह 7.30 बजे से शाम पांच बजे तक बंगले में ही कार्य करता है। कर्मचारी का आरोप था कि नौ जनवरी को वह ड्यूटी पर था।

कलेक्टर बंगला में सुबह कुछ साधु-संत आए हुए थे। सुबह उसने साधु-संतों को चाय-नाश्ता कराया। फिर सोफा साफ किया। सुबह करीब नौ बजे बंगले में मौजूद कलेक्टर ने घण्टी बजाई तो कर्मचारी वहां उपस्थित हो गया था। आरोप है कि अचानक कलेक्टर भड़क गए। टंकी में पानी नहीं भरने पर नाराजगी जताते हुए जातिगत गाली-गलौज कर तीन-चार थप्पड़ मार दिए। मारपीट करते समय कलेक्टर बंगले में पदस्थ दूसरे कर्मचारियों के नाम का उल्लेख भी उसने आवेदन में किया था। अर्दली शिवनारायण राम के हस्ताक्षर से वायरल पत्र में उल्लेख था कि घटना से वह और उसका परिवार शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताडिघ्त हो रहा है। जो आज उसके साथ साथ हुआ है वह किसी और के साथ भी हो सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले में उचित कार्रवाई की मांग की थी। बुधवार सुबह से बलरामपुर जिले के कई व्हाट्सअप ग्रुप में कलेक्टर पर अर्दली द्वारा मारपीट का आरोप लगाए जाने तथा कथित रूप से कर्मचारी द्वारा की गई शिकायत का पत्र तेजी से वायरल हो रहा था। बुधवार दोपहर सवा एक बजे बलरामपुर कलेक्टर कुंदन कुमार से वायरल वीडियो को लेकर संपर्क किया था। मामले में बलरामपुर कलेक्टर कुंदन कुमार का कहना था कि मारने-पीटने का आरोप पूरी तरह से गलत है। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। कहीं कोई सच्चाई नहीं है। पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठी बात है। कर्मचारी दो दिन की छुट्टी पर था। आज उसने ज्वाइन भी कर लिया है। बंगले पर वह पूर्व की तरह काम भी कर रहा है। किसके बहकावे में आकर उसने ऐसा आरोप लगाया यह वही बता सकता है। शाम होते-होते मामले ने यू-टर्न ले लिया। आरोप लगाने वाले कर्मचारी ने ही इसका खंडन कर दिया। वह वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है।