मर्दानगी पर सवाल और खौफनाक कत्ल: एक दोस्त ने दूसरा से कहा- तेरे बच्चा क्यों नहीं हो रहा है,नाराज दोस्त ने कर दी उसकी हत्या


दुर्ग। पुलिस ने खुर्सीपार थाना अंतर्गत आईटीआई ग्राउंड में पत्थर से कुचल कर की गई 27 वर्षीय युवक की हत्या के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि युवक अपने दो दोस्तों के साथ देर रात शराब पार्टी कर रहा था। इसी दौरान उसने दोस्त की मर्दानगी को लेकर कमेंट कर दिया। इससे दूसरा दोस्त नाराज हो गया और पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी। इसमें तीसरे दोस्त ने भी उसका साथ दिया। इस दौरान युवक के प्राइवेट पार्ट को भी पत्थर से कुचला गया।
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी बीएन मीणा ने बताया कि 7 फरवरी की सुबह आईटीआई ग्राउंड में श्याम कुमार उर्फ मोनू का अर्धनग्न शव मिला था। जांच में साफ हुआ की हत्या उसी के दो दोस्तों ने मिलकर की थी। पुलिस ने इस मामले में उड़िया बस्ती खुर्सीपार निवासी बलराम क्षत्री (30 साल), झुमन साहू (32 साल) और उसकी मदद करने वाले जामुल लवकुश नगर निवासी यशवंत यादव (26 साल) को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 6 फरवरी को बलराम ने अपनी बहन को बच्चा होने पर दोनों दोस्तों को पार्टी दी थी। तीनों शराब लेकर आईटीआई ग्राउंड पहुंचे थे। देर रात उन्होंने वहां बैठकर शराब पी। इसी दौरान मोनू ने बलराम पर टिप्पणी की। उसने कहा कि तेरी बहन को बच्चा हो गया है, तेरी शादी को दो साल हो गए हैं, तू कब बच्चा पैदा करेगा। इतना ही नहीं उसने उसकी मर्दानगी को लेकर भी अभद्र टिप्पणी कर डाली। यह बात बलराम को इतनी नागवार गुजरी कि उसने पास पड़े एक पत्थर को उठाकर मोनू के सिर पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जब वह लहूलुहान होकर गिर गया तो बलराम के दोस्त झुमन ने भी उसके चेहरे पर पत्थर से तब तक वार किया, जब तक कि वह मर नहीं गया।
मोनू की हत्या के बाद दोनों दोस्त मोटरसाइकिल से जामुल अपने दोस्त यशवंत के पास पहुंचे। उन्होंने यशवंत को हत्या के बारे बताया। इसके बाद यशवंत उन्हें लेकर मसुरिया तालाब पहुंचा। वहां उन्होंने अपने खून से सने कपड़े व चप्पल को उतारा और जला दिया। इसके बाद तालाब में नहाकर यशवंत के दिए नए कपड़े पहने और अपने अपने घर वापस आ गए। जब मोनू अधमरा होकर तड़प रहा था तो बलराम ने उसका पैंट और अंडरवियर उतारा। इसके बाद एक नुकीला पत्थर लेकर उसके गुप्तांग पर पटक दिया। बलराम ने यह तक कहा कि तू अधिक मर्द बनता है तो तेरी मर्दानगी ही खत्म कर देता हूं। इसके बाद उसने मोनू की अंडरवियर को थोड़ी दूर फेंक दिया, जिससे यह हत्या अवैध संबंध के कारण लगे।
पुलिस को किसी प्रकार का शक न हो और वह पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रख सकें, इसके लिए बलराम और झुमन अपने दोस्त मोनू के अंतिम संस्कार और हर क्रियाकर्म में शामिल रहे। इस दौरान जब पुलिस मोनू के घर पहुंची और पूछताछ की तो वह लोग वहां पर मौजूद रहकर उस पर नजर भी बनाए रखे हुए थे। पुलिस जब अवैध संबंध को लेकर जांच कर रही थी तो वह अपनी प्लानिंग को सफल होता देख खुश थे। विवेचना के दौरान खुर्सीपार के आरक्षक डी. प्रकाश को सूचना मिली कि घटना की रात केनाल रोड में ट्रांसपोर्टर गनी खान के आफिस में सीसीटीवी कैमरे में रात 11.45 बजे दो बाइक सवार गिरे हुए दिखाई दिए। इसके बाद उन्होंने चौकीदार से भी बात की थी। सीसीटीवी फुटेज में बाइक सवार पहचान में नहीं आ रहे थे तो पुलिस ने संबंधित चौकीदार से पूछताछ की। उनके बारे में पता करने पर वह बाइक उड़िया बस्ती की बताई गई। पुलिस ने बाइक में लगे ताजा स्क्रैच, डैमेज के आधार पर बाइक मालिक बलराम क्षत्रिया को हिरासत में पूछताछ किया तो उसने अपने दोस्त के साथ हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।