160 करोड़ रूपए की लागत से 12 लाख से अधिक भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का हो रहा निर्माण*
*वनांचल के 863 छोटे बड़े नालों में लगभग 05 लाख हेक्टेयर भूमि होगी उपचारित: वन मंत्री श्री अकबर*
रायपुर/राज्य सरकार द्वारा सुराजी गांव योजना के तहत चलाए जा रहे महत्वपूर्ण ‘‘नरवा विकास कार्यक्रम’’ के अंतर्गत कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2019-20 में 160 करोड़ रूपए से अधिक की राशि की स्वीकृति दी गई है। इसमें 01 हजार 829 किलोमीटर लंबाई वाले 863 छोटे बड़े नालों के 4.84 लाख हेक्टेयर जल ग्रहण क्षेत्र में 12 लाख 24 हजार भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इन संरचनाओं में से अब तक 140 करोड़ रूपए की राशि व्यय कर 12 लाख 697 संरचनाओं का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य के वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए बड़े तादाद में जल स्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य लिया गया है। इसके लिए वन मंत्री श्री अकबर ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य प्रतिकरात्मक वनरोपण, निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैम्पा) मद से बनने वाली इन जल संग्रहण संरचनाओं से वनांचल में रहने वाले लोगों और वन्य प्राणियों के लिए पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। साथ ही नाले में पानी का भराव रहने से आस-पास की भूमि में नमी बनी रहेगी। इससे खेती-किसानी में सुविधा के साथ-साथ आय के स्रोत और हरियाली में भी वृद्धि होगी।
इस संबंध में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख ने बताया कि नरवा विकास योजना के तहत कैम्पा की वार्षिक कार्ययोजना 2019-20 के अंतर्गत दुर्ग वृत्त में 11 करोड़ 56 लाख रूपए की स्वीकृत राशि से निर्माणाधीन 79 हजार 293 संरचनाओं में से अब तक 69 हजार 442 संरचनाओं का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। इसी तरह बिलासपुर वृत्त अंतर्गत 43 करोड़ रूपए की स्वीकृत राशि से 6 लाख 80 हजार 329 भू-जल संवर्धन संबंधी संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से अब तक 35 करोड़ रूपए की राशि व्यय कर 6 लाख 68 हजार 609 संरचनाओं का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। रायपुर वृत्त अंतर्गत 17 करोड़ रूपए की स्वीकृत राशि से 56 हजार 454 संरचनाओं का निर्माण प्रगति पर है। इनमें से अब तक 15 करोड़ रूपए की राशि व्यय कर 56 हजार 421 संरचनाओं का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है।
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