गैस सिलेंडर के दाम से लेकर बैंकिंग नियमों तक, मार्च में होने वाले हैं ये बड़े बदलाव
नई दिल्ली। रोजमर्रा की जिंदगी पर असर डालते हैं। इसके तहत एलपीजी सिलेंडर के दाम से लेकर बैंकिंग सेवाओं तक में बदलाव होते हैं। इस बार भी गैस सिलेंडी की कीमत में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा मार्च 2022 में कुछ और खास बदलाव होने वाले जो सीधे आपको प्रभावित करेंगे।
एलपीजी सिलेंडर के दाम
गौरतलब है कि हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमत तय होती है। चूंकि, गैस के दाम सीधे आम आदमी की रसोई से जुड़े हैं तो लोगों की नजर इस पर सबसे ज्यादा रहती है। हाल के कई महीनों से रसोई गैस की कीमतों में बदलाव नहीं हुआ है ऐसे में एक मार्च 2022 को इसकी कीमत में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। देखना दिलचस्प होगा कि एक मार्च को सिलेंडर की कीमतों में इजाफा होता है या इसके दाम स्थिर रहते हैं।
इंडिया पोस्ट बसूलेगा चार्ज
आईपीपीबी यानि इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने अपने डिजिटल सेविंग्स अकाउंट के लिए क्लोजर चार्जेज लेना शुरू कर दिया है। अगर आपका इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में बचत खाता है तो आपको इस चार्ज का भुगतान करना होगा। यह चार्ज है 150 रुपये होगा और इस पर जीएसटी अलग से देना होगा। आपको बता दें कि बैक की ओर से ये नया नियम 5 मार्च 2022 से लागू कर दिया जाएगा।
डिजिटल पेमेंट में दिखेगा बदलाव
आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट में बड़े बदलाव की तैयारी कर ली है। प्रॉप्राइटरी क्यूआर कोड का इस्तेमाल करने वाले एक या अधिक इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड की ओर स्थानांतरित होंगे। स्थानांतरण की यह प्रक्रिया 31 मार्च, 2022 तक पूरी होनी जरूरी है। इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने कहा कि कोई भी पीएसओ किसी भुगतान लेनदेन के लिए कोई नया प्रॉप्राइटरी कोड शुरू नहीं करेगा।
एटीएम में कैश भरने का नियम
बैंकों के एटीएम में कैश भरने के लिए नियम मार्च में बदलने जा रहे हैं। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों को एटीएम में कैश भरने के लिए केवल लॉकेबल कैसेट के इस्तेमाल को लागू करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर मार्च 2022 कर दिया था। वर्तमान में, अधिकांश एटीएम (ऑटोमैटेड टेलर मशीन) में नकद धन को ओपन कैश टॉप-अप या स्पॉट पर ही मशीन में कैश डालने के जरिये भरा जाता है। एटीएम में नकद डालने के मौजूदा सिस्टम को खत्म करने के लिए आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिया है कि एटीएम में कैश रिपलेनिशमेंट के समय केवल लॉकेबल कैसेट का ही इस्तेमाल सुनिश्चित किया जाना चाहिए।