बारिश के मौसम में महमारा घाट बना पिकनिक स्पॉट: शिवनाथ नदी में असावधानी से हो रहे हैं हादसे, दुर्घटनाओं को रोकने सख्त एक्शन जरूरी


दुर्ग(चिन्तक)। बारिश के मौसम में शिवनाथ नदी स्थित महामरा घाट वर्तमान में एक पिकनिक स्पॉट बन गया है। घट के पांच फीट ऊपर बह रहे पानी को देखने दिन भर भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। पानी के समीप जाकर सेल्फी लेने के चक्कर में असावधानी से दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। बीते एक माह में नदी में 4-5 लोगों के शव मिल चुके हैं। लगातार हो रही घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन लगातार शहरवासियों से शिवनाथ नदी से दूरी बनाए रखने की अपील कर है, लेकिन लोगों में अभी भी जागरूकता की कमी है। इसे देखते हुए प्रशासन का सख्त एक्शन जरूरी हो गया है।
जानकारी के अनुसार शिवनाथ नदी में महमारा घाट का निर्माण किया गया है। घाट में बीच में सड़क भी बनाई गई है जो दुर्ग से रसमड़ा जाती हे। लेकिन उसमें आवागमन तभी होता है जब नदी के पानी का बहाव नहीं होता। पिछले कुछ दिनों से लगातार हुई बारिश के कारण विभिन्न बांध व जलाश भी लबालब हुए है। राजनांदगांव के मोंगरा जलाशय से शिवनाथ नदी में 1500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे शिवनाथ नदी का जल स्तर बढ़ गया है और पिछले एक सप्ताह से महामरा घाट से पांच फीट ऊपर पानी बह रहा है। हालांकि घाट के ऊपर बह रहा पानी प्राकृतिक सुन्दरता की कहानी बया कर रहा है। इसलिए इसे देखने के लिए प्रतिदिन भारी संख्या में लोग परिवार सहित पहुंच रहे है। भारी तादाद में पहुंचे लोगों में से कुछ लोग मना करने के बाद भी पानी में उतर रहे हैं और घाट के पास जाकर सेल्फी ले रहे हैं। असावधानी के कारण लोग दुर्घटना का भी शिकार हो रहे हैं। घाट में एहतियात के तौर पर चेतावनी का बोर्ड भी लगाया गया है लेकिन यह भी बेअसर साबित हो रहा है।
भिलाई के युवक की गई जान
शिवनाथ दनी में रविवार को भिलाइ्र निवासी युवक की डूबने से मौत हो गई। मृतक विकास यादव पिता विनय यादव वार्ड 17 कांट्रेक्टर कॉलोनी सुपेला का निवासी था और अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए शिवनाथ नदी गया हुआ था। शाम को पानी में डूबने की खबर मिली। महामरा घाट में पिछले कुछ वर्ष के अंतराल में आधा दर्ज से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जन सामान्य को सावधानी के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है।
गोताखोरों के तैनाती की मांग
शिवनाथ नदी बारिश में जल स्तर बढ़ने से आकर्षण का केन्द्र बन गया है। परिणाम स्वरूप लोगों का नदी पहुंचना जारी है। दुर्घटनाओं से बचाने प्रशासन व पुलिस के संयुक्त पहल की दरकार है। पुलिस के जवानों की मौजूदगी के साथ गोताखोरों के तैनाती की मांग भी की गई है ताकि लोगों का जीवन सुरक्षित रह सके।