मधुमेह के मरीजों का जीवनसाथी से झगड़ना होता है नुकसानदेह

शेयर करें

नई दिल्ली। गठिया और मधुमेह से पीड़ित लोग यदि अपने जीवनसाथी के साथ झगड़ते हैं तो उनका शारीरिक कष्ट और बढ़ सकता है। यह बात एक शोध के आधार पर कही गई है। प्रकाशित शोध के नतीजों के अनुसार, गठिया और मधुमेह से पीड़ित बुजुर्गों के दो अलग-अलग समूहों के मरीजों में जिन्हें अपने जीवनसाथी को लेकर ज्यादा तनाव महसूस होता था,उनकी तकलीफें ज्यादा बढ़ी हुई पाई गईं।शोधकर्ता लीन माटार्यर ने कहा कि शोध के नतीजों से हमें यह जानने को मिला कि शादी से किस प्रकार स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। खासतौर से गठिया और मधुमेह जैसे रोगों से पीड़ित मरीजों को यह जानना आवश्यक है। शोधकर्ता ने बताया कि घुटनों की हड्डियों के रोग से पीड़ित मरीज बहुत जल्द अपंग बन जाते हैं और अनियंत्रित मधुमेह से पीड़ित मरीजों को ज्यादा खतरा बना रहता है।
शोधकर्ता ने अपने अध्ययन में घुटनों में गठिया रोग की शिकायत वाले 145 मरीजों के एक समूह को शामिल किया,जिसमें उनके जीवनसाथी भी शामिल थे। इसके अलावा दो प्रकार के मधुमेह से पीड़ित 129 मरीजों का एक दूसरा समूह बनाया। दोनों समूहों के प्रतिभागियों की दिनचर्या में उनके मूड,उनकी तकलीफें और उनके जीवनसाथी की प्रतिक्रियाओं को दर्ज किया गया। गठिया व मधुमेह के रोगियों ने क्रमश:22 और 24 दिनों तक अपनी दिनचर्या लिखी। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिस दिन मरीज अपने जीवनसाथी को लेकर तनाव में होते थे, उस दिन उनका मूड खराब रहता था और उनमें रोग के लक्षण की गंभीरता भी बढ़ जाती थी।

You cannot copy content of this page