ट्रेन सेवाएं बहाल करने पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया – रेलवे
नई दिल्ली। भारतीय रेल ने ट्रेन सेवाएं बहाल करने पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। रेलवे का यह बयान ऐसे समय है, जब एक दिन पहले ही रेल मंत्री पीयूष गोयल का रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई थी। इसमें यह तय किया गया था कि चरणबद्ध तरीके से सेवाएं बहाल की जाएंगी और इस तरह सेवाएं बहाल करने की योजनाओं मंजूरी के लिए बोर्ड के पास भेजी जाएगी। रेलवे सूत्रों के अनुसार हर ट्रेन के लिए रेलवे बोर्ड से विशेष मंजूरी प्राप्त करने के बाद ही ट्रेन सेवाएं बहाल करनी होगी।
ट्रेनों का परिचालन सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद ही शुरू होगा। सरकार ने इस मुद्दे पर मंत्रियों का एक समूह भी बनाया है। सभी 17 रेलवे जोन और संभाग ट्रेनों को चिह्नित करने एवं 15 अप्रैल से सेवाएं बहाल करने की योजनाएं तैयार कर रहे हैं और ऐसा करते हुए वे ग़ासियों के रैक की उपलब्धता को ध्यान में रख रहे हैं। उदाहरण के लिए उत्तर रेलवे के फिरोजपुर संभाग (डिविजन) ने 23 ट्रेनें बहाल करने की योजना तैयार की है और उनके लिए अमृतसर, जम्मू तवी, श्री वैष्णोदेवी और फिरोजपुर रेलवे स्टेशनों पर रैक उपलब्ध हैं। इन ट्रेनों में सहरसा गरीब रथ एक्सप्रेस, नयी दिल्ली एक्सप्रेस, बनमंखी जनसेवा एक्सप्रेस, हरिद्वार एक्सप्रेस, कटिहार एक्सप्रेस, जयनगर सरयू यमुना एक्सप्रेस, सहरसा साप्ताहिक जनसाधरण एक्सप्रेस, बिलासपुर-छत्तीसगढ एक्सप्रेस, दरभंगा जननायक एक्सप्रेस, देहरादून एक्सप्रेस और पठानकोट रावी एक्सप्रेस शामिल हैं। इसी तरह दिल्ली संभाग की करीब 200 ट्रेनों को बहाल करने की योजना है जिनमें अमृतसर शताब्दी, नयी दिल्ली-रांची रजाधानी, रेवा एक्सप्रेस और जम्मू राजधानी आदि शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि ऐसी भी संभावना है कि रेलवे सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करे और अन्य नियमों का पालन करे जिसके बारे में शायद सरकार लॉकडाउन के बाद सलाह दे सकती है।