आज गणेश जी का विसर्जन शाम 6:17 बजे से पहले करें, उसके बाद भद्रा काल शुरू होगा
दुर्ग| आज 28 सितंबर दिन गुरुवार को गणपति बप्पा हम सब से विदा हो रहे हैं| आज गणेश जी की मूर्तियों का विसर्जन हो रहा है, इसके साथ ही 10 दिनों के गणेश उत्सव का समापन हो जाएगा| 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी से प्रारंभ हुआ गणेश उत्सव आज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानि अनंत चतुर्दशी को खत्म हो रहा है|
गणेश उत्सव के आखिरी दिन का महत्व
गणेश उत्सव के दस दिनों के महोत्सव के आखिरी दिन, भगवान गणेश के पार्थिव विग्रह का विसर्जन आज, 28 सितंबर को हो रहा है। इसके लिए विशेष मुहूर्त है, और इसका पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
शुभ मुहूर्त और सही विधि
गणेश जी के पार्थिव विग्रह का विसर्जन करने से पहले, हमें उनका विधिवत पूजन करना चाहिए। इसके लिए स्नान, वस्त्र पहनने, जनेऊ धारण करने और शुद्ध पूजन सामग्री का उपयोग करने का आदर्श तरीका होता है।
मुहूर्त और समय
गणेश विसर्जन को शुभ मुहूर्त में करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। निम्नलिखित मुहूर्त इस क्रिया के लिए उपयुक्त हैं:
– प्रातः 6:17 से 7:47 – शुभ
– दोपहर 12:17 से 1:47 – लाभ
– दोपहर 1:47 से 3:17 – अमृत
– सांय 4:47 से 6:16 – शुभ
रवि योग और पंचक
इस साल, गणेश विसर्जन रवि योग में होगा, और इसके लिए शुभ मुहूर्त है। पंचक भी इस समय प्राप्त हैं। आपको विग्रह का विसर्जन करते समय इन तिथियों का पालन करना चाहिए।
ध्यान दें कि गणेश जी के पार्थिव विग्रह का विसर्जन उचित जलाशय या स्वच्छ स्थान में होना चाहिए। इससे आपके कार्यक्रम को आध्यात्मिक और पवित्र बनाया जा सकता है।