“8वें दिन पर, भारत ने एथलेटिक्स और शूटिंग में शानदार प्रदर्शन के साथ 15 मेडल जीते; 9वें दिन ‘मुखर्जी बहनों’ पर सबकी नजरें होंगी”

न्यूज रूम: “एशियन गेम्स के 8वें दिन, भारतीय खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स और निशानेबाजी में अपना परचम लहराया, जिसके परिणामस्वरूप भारत को ढेरों पदक मिले। इसके साथ ही, बैडमिंटन पुरूष टीम ने फाइनल में हार का सामना करके रजत पदक जीता। 1 अक्टूबर को, रविवार को भारत ने कुल 15 मेडल जीते, जिनमें दो स्वर्ण, चार रजत, और तीन कांस्य पदक शामिल हैं। इससे भारत का कुल मेडल काउंट 53 पर पहुंच गया है, जिसमें 13 गोल्ड, 21 सिल्वर, और 19 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। 2 अक्टूबर, सोमवार को 9वें दिन ट्रैक और फील्ड में और मेडल जीत सकते हैं, साथ ही टेबल टेनिस में ‘मुखर्जी बहनों’ की प्रदर्शन पर भी नजरें होंगी।”

टेबल टेनिस वुमन्स डबल्स में सुतीर्था मुखर्जी और अयहिका मुखर्जी की जोड़ी सेमीफाइनल मुकाबला खेलेंगी। क्वार्टर में विश्व चैंपियन चीनी जोड़ी चेन मेंग और यिडी वांग को हराने वाली भारतीय जोड़ी पहले ही पदक पक्का कर चुकी है। वह इतिहास रचने से सिर्फ एक जीत दूर है। सुतीर्था और अयहिका दोनों असल में बहन नहीं हैं। इनको ‘मुखर्जी बहनें’ कहने का कारण यह है कि दोनों खिलाड़ी का सरनेम एक ही है। दोनों एक ही शहर और एक ही एकेडमी से आती हैं। दोनों बेस्ट फ्रेंड हैं। 9वें दिन कबड्डी की भी शुरुआत होगी।एशियन गेम्स के 8वें दिन अदिति अशोक ने गोल्फ में रजत पदक जीता।

अविनाश साबले एशियाई खेलों में पुरूषों की 3000 मीटर स्टीपलचेस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरूष बन गए जबकि पुरूषों के शॉटपुट में तेजिंदर पाल सिंह तूर ने आखिरी थ्रो पर बाजी मारते हुए अपना खिताब बरकरार रखा। 29 वर्ष के राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी साबले ने हांगझोउ खेलों की एथलेटिक्स स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया।

आखिरी दिन ट्रैप में मिले तीन पदकों के बाद भारतीय निशानेबाज सात स्वर्ण, नौ रजत और छह कांस्य समेत 22 पदक लेकर लौटेंगे जो एशियाई खेलों में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है ।

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