देवरिया सामूहिक हत्याकांड: हिंसक भीड़ ने बच्चियों तक को नहीं छोड़ा
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में सोमवार की सुबह एक चौंकाने वाली घटना घटी, जिसमें 6 लोगों की हत्या हुई। यह घटना गांधी जयंती के मौके पर हुई थी, जब देश गांधीजी के द्वारा बताए गए सत्य और अहिंसा के मार्गों पर चलने का संकल्प लेने का त्योहार मना रहा था। यह घटना देवरिया जिले के रुद्रपुर के फतेहपुर के लेड़हां टोला गांव में हुई थी, और इसमें जमीन के विवाद के संदर्भ में एक क्रूर संघर्ष का हिस्सा था। 6 लोगों की हत्या की खबर ने पुलिस और प्रशासन को हिला दिया, और यह हिंसक घटना गांव के छोटे-छोटे बच्चों तक पहुँच गई। घटना की जानकारी प्राप्त होते ही, गांव में स्थानीय पुलिस थानों को तुरंत भेज दिया गया, और इस विवाद के बीच दो पक्षों के बीच मामला बन गया, जिसमें दोनों जातियाँ शामिल थीं। इसके परिणामस्वरूप, गाड़ियों को आग लगाने और हिंसा की खबरें आने लगीं।
रूद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर ग्राम पंचायत में सोमवार की सुबह, जमीन के विवाद के संदर्भ में एक क्रूर संघर्ष घटा। लेड़हां टोला गांव के सत्य प्रकाश दुबे और उनके गांव के पड़ोसी, प्रेमचंद यादव, के बीच एक लंबे समय से चल रहे जमीन के विवाद का परिणाम स्वरूप हत्या की घटना रुकी। दोनों परिवारों के बीच लगातार झगड़े होते रहते थे। सोमवार की सुबह, जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या की खबर सामने आई, और इस हत्या के जिम्मेदार सत्य प्रकाश दुबे को माना गया। प्रेम यादव के परिजनों ने उसके खिलाफ बदला लेने का निर्णय लिया और उन्होंने सत्य प्रकाश यादव के घर पर हमला किया।
प्रेम यादव के परिजनों ने इस हमले के दौरान लाठियों, डंडों, ईंटों, और बंदूकों का उपयोग किया। सत्य प्रकाश दुबे के पड़ोसी लोग जब तक कुछ समझ पाते, उनकी हत्या कर दी गई। इसके बाद, हमलावरों ने सत्य प्रकाश दुबे की पत्नी, एक और व्यक्ति, और दो बच्चों को भी लक्ष्य बनाया। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई, और एक छोटी बच्ची की स्थिति भी गंभीर हो गई है।
घटना के बाद लेड़हां टोला गांव में बवाल बढ़ गया। सत्य प्रकाश दुबे के घर के बाहर जमा लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। गांव में जगह-जगह हिंसा की घटना को अंजाम दिया जाने लगा। एक गाड़ी को हिंसक भीड़ ने आग के हवाले कर दिया।