क्या आपको भी काम के दौरान 8 घंटे से अधिक बैठना पड़ता है? तो इससे होने वाले नकारात्मक प्रभावों को जान लें

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न्यूज रूम: आजकल की जीवनशैली पूराने समय की तुलना में काफी चुनौतीपूर्ण हो गई है। हम बड़ा हिस्सा अपने कार्यालय में बिताते हैं, और अगर आप भी रोज़ाना 8 घंटे से ज्यादा काम करते हैं, तो ऐसा करने से उत्पन्न होने वाले नकारात्मक प्रभावों को जान लें। जब आप एक ही स्थिति में 8 घंटे से अधिक काम करते हैं, तो आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकते हैं। आपका काम आपको कहता है कि 8 घंटे नौकरी करो लेकिन आपका शरीर ऐसी प्रताड़ना के लिए तैयार नहीं होता है।फिर भी 8 घंटे की नौकरी करनी है, तो इस गतिविधि में बहुत अधिक बदलाव नहीं किया जा सकता है। लेकिन फिर भी इन प्रभावों को रोकने के लिए आप कुछ कदम उठा सकते हैं जैसे :

  1. नियमित अंतरालों में थोड़ी देर के लिए खड़े होकर चलने का अभ्यास करें, हर घंटे में कम से कम 5 मिनट का वॉक करें। इसके द्वारा, आप अपने ब्लड प्रेशर और शुगर को नियंत्रित कर सकते हैं।
  2. गर्दन लगातार झुका कर, पेट निकाल कर या पैर पे पैर चढ़ा कर बैठने से कई गुना समस्या बढ़ सकती है। बैठने का तरीका सही रखें। पीठ को सीधे रखकर और दोनों पैरों को ज़मीन पर रखकर बैठें। जब इस पॉश्चर से थक जाएं तो थोड़ा उठ कर चल लें, लेकिन गलत तरीके से बैठने से बचें।
  3. अपनी गर्दन, उंगलियां, हाथ और पीठ को कुछ-कुछ देर में स्ट्रेच करते रहें, जिससे आपकी मांसपेशियाँ लचीली बनी रहेंगी और किसी भी प्रकार की सनसनाहट या झुनझुनी नहीं होती है।
  4. हर एक घंटे में, कुछ सेकंड्स या मिनट के लिए आंखें बंद करके आप अपनी आंखों को और अपने दिमाग को आराम देने का प्रयास करें। इससे मानसिक शांति मिलती है और आपका दिमाग फिर से एकाग्र होने के लिए तैयार होता है। इसके साथ ही, लगातार चौकन्ना होकर देखने से थकी हुई आंखों को भी आराम मिलता है।
  5. रोज़ाना, किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन के अनुसार, नियमित रूप से व्यायाम करने का प्रयास करें, जिससे बैठने के कारण उत्पन्न होने वाली सभी समस्याओं का बिना किसी दवा के समाधान हो सके। इसका मकसद यह होना चाहिए कि समस्याएँ ही नहीं उत्पन्न हों। यदि समय पर इस पर ध्यान नहीं दिया गया है, तो बिना ब्रेक के बैठे रहने से आप शारीरिक, मानसिक, और भौतिक दोनों रूप से कमजोर हो सकते हैं। क्योंकि एक ही पॉश्चर में बैठने से आपकी उत्पादन क्षमता कम होती है, और आप एकाग्र रहकर काम नहीं कर पाते हैं, आप थकान महसूस करते हैं, और अपने काम का सौ फीसदी नहीं दे पाते हैं। इससे जिस संगठन के लिए आप काम कर रहे हैं, उसके साथ भी हम नाइंसाफी करते हैं।। इसलिए, उचित कदम उठाकर अपने काम को करें जिससे आपको छोटी और बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रखने में मदद मिले।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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