रायपुर समेत 4 शहरों में ड्रग कंट्रोलर के छापे, 35 लाख का बड़ी डोज इंजेक्शन का स्टॉक जब्त

रायपुर । भारत सरकार से बैन डाइक्लोफेनिक इंजेक्शन की मल्टीपल यानी बड़ी डोज की तस्करी के खुलासे के बाद ड्रग कंट्रोलर टीमों ने रायपुर, धमतरी, रायगढ़ और राजनांदगांव के दवा कारोबारियों पर छापेमारी कर करीब 35 लाख के इंजेक्शन जब्त किए है। राजस्थान से यूपी के रास्ते छत्तीसगढ़ के कई दवा कारोबारियों को सप्लाई करने के प्रमाण छापे में मिले हैं। बुखार में इस्तेमाल होने वाले इन इंजेक्शनों का मवेशियों के लिए उपयोग शुरू होने के बाद बैन लगाया गया था। अब ज्यादा कमाई के लिए प्रतिबंध के बाद भी दवा कारोबारी इन्हें बेच रहे थे।
सहायक औषधि नियंत्रक बसंत कौशिक ने बताया कि रायगढ़ और रायपुर में छापेमारी की गई। उसके बाद पूछताछ के आधार पर राजनांदगांव और धमतरी में दवा कारोबारियों को घेरा गया। सभी दवा कारोबारियों के खिलाफ प्रतिबंधित दवा बेचने का केस बनाया जा रहा है। ड्रग विभाग के अफसरों के अनुसार नए अधिनियम के तहत प्रतिबंधित दवाएं बेचने पर 10 साल तक की सजा का प्रावधान है।
इसके के बाद भी डाइक्लोफेनिक इंजेक्शन चोरी छिपे राजस्थान की जीबीएल फार्मास्युटिकल लिमिटेड द्वारा इसकी मल्टीपल डोज बनाकर यूपी गाजियाबाद की फर्म मैसर्स लाइफ वे फार्मास्युटिकल के माध्यम से छत्तीसगढ़ के कई शहरों में खपाया जा रहा था। ड्रग विभाग के अफसरों का दावा है कि यहां पहली ही डोज पहुंचने की भनक लग गई और यहां आने वाले एजेंट की तलाश शुरू की गई। एजेंट हालांकि हाथ नहीं आया लेकिन उन संस्था का पता चल गया जहां से पूरे राज्य में सप्लाई की गई थी। रायगढ़ में दिखा था एजेंट : ड्रग विभाग के अधिकारियों को एक दवा दुकान के संचालक ने इंजेक्शन की फोटो खींचकर भेजा और पूछा- क्या इंजेक्शन की मल्टीपल डोज अब बैन नहीं है। ड्रग विभाग के अफसरों ने बताया-नहीं अभी भी बैन है। फिर उस दवा कारोबारी ने एजेंट के बारे में बताया। उसने बकायदा एजेंट के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भेजे। उसी आधार पर ड्रग विभाग के इंस्पेक्टरों ने रायपुर के दवा कारोबारियों से संपर्क किया।
करीब एक हफ्ते पहले वही एजेंट देवपुरी स्थित दवा के थोक बाजार में नजर आया। उसकी जानकारी मिलने के बाद टीम वहां पहुंची लेकिन एजेंट जा चुका था। वहीं एजेंट इस बार रायगढ़ पहुंचा। वहां एजेंट नहीं मिला लेकिन जिस कारोबारी को इंजेक्शन दिया। उसका पता चल गया और ड्रग टीम ने रायगढ़ में बालाजी खरसिया में छापामारा। वहां से इंजेक्शन की डोज मिल गई। यहां के संचालक से पूछताछ के बाद रायपुर में मुख्य डीलर सनराइज फार्मा महावीर नगर में छापेमारी की। यहां के संचालक प्रेम कुमार झा की दुकान से करीब 26 लाख का स्टॉक मिला। प्रेम कुमार से पूछताछ के बाद धमतरी में आरएस मेडिकल एजेंसी में दबिश दी गई। यहां से करीब 6 लाख का इंजेक्शन जब्त किया गया। फिर राजनांदगांव में जैन फार्मा में छापा मारकर कुछ वायल जब्त की गई।

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