भसीन के पुतले को फूंकने और कांग्रेस के मानसिकता वालों को टिकट देने से भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष

भिलाई। भाजपा में टिकट वितरण को लेकर कार्यकर्ताओं का असंतोष बढ़ रहा है, लेकिन पार्टी नेता इस विवाद का समापन नहीं कर रहे हैं। भाजपा ने जिले के 6 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया है, लेकिन वैशाली नगर सीट पर विवाद अब भी जारी है। पार्टी ने यहां से रिकेश सेन को प्रत्याशी बनाया है, जिसका चयन कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो गया है।

युवा भाजपा नेता जयप्रकाश यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से रिकेश सेन के चयन के खिलाफ विरोध किया है, और पार्टी के नेतृत्व को यह सवाल किया है कि क्या वे स्थानीय कार्यकर्ताओं को ध्यान में नहीं रखते। उनका साफ कहना है कि शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी कैडर की बजाए कांग्रेसी मानसिकता वाले व्यक्ति को टिकट दी है, जिसने कभी स्थानीय विधायक स्व. विद्यारतन भसीन का पुतला फूंका था। स्व. भसीन की आत्मा भी इससे दुखी होगी। उन्होंने सुझाव दिया है कि वरिष्ठ नेता या युवाओं को भी इस सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता था, लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने ऐसे व्यक्ति को चुना है जिनका भाजपा के साथ कोई संबंध नहीं है।

ऐसे व्यक्ति को टिकट देने से कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई है। जेपी यादव ने कहा कि 1 अक्टूबर को जब भाजपा की दूसरी सूची लीक हुई थी, तब वैशाली नगर क्षेत्र से रिकेश सेन का नाम देखकर बूथ से लेकर जिला स्तर के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया था। कार्यकर्ताओं ने 1 से 9 तारीख तक लगातार प्रदेश और शीर्ष नेतृत्व को अवगत कराया कि यह व्यक्ति (रिकेश सेन) भाजपा कैडर का नहीं है। कार्यकर्ताओं का साफ कहना था कि हमें ऐसा प्रत्याशी नहीं चाहिए। मंडल अध्यक्षों ने भी अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। जिला पदाधिकारियों से लेकर बूथ कार्यकर्ताओं, पार्षद और यहां तक कि छाया पार्षदों ने भी लगातार विरोध किया। बावजूद इसके शीर्ष नेतृत्व ने दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रिकेश सेन को प्रत्याशी घोषित कर दिया।

यदि युवाओं को अवसर देना था तो यहां युवाओं की लम्बी फौज विद्यमान है। यदि महिलाओं की बात थी तो मिथिला खिचरिया, महिला मोर्चा अध्यक्ष स्वीटी कौशिक समेत और भी कई नाम थे, जिन्हें अवसर दिया जा सकता था। ऐसे कार्यकर्ताओं में से किसी को टिकट दी जाती तो प्रत्येक कार्यकर्ता को यह स्वीकार होता, लेकिन दुर्भाग्य है कि कांग्रेस विचारधारा वाले व्यक्ति को प्रत्याशी बना दिया गया, जिससे कार्यकर्ता दुखी हैं।

यादव ने कहा कि स्व. विद्यारतन भसीन भिलाई के महापौर, 2 बार विधायक रहे। उनके घर के सामने से रिकेश सेन ने स्व. भसीन की अर्थी निकाली, उनका पुतला जलाया और उन्हें बदनाम करने की नीयत से जहर सेवन करने जैसी नौटंकी भी की। स्वयं भसीन यह वाकया सुनाकर दुखी होते थे कि पार्टी में कैसे लोग आ गए हैं। अब ऐसे ही व्यक्ति को उम्मीदवार बनाए जाने से स्व. भसीन की आत्मा भी रो रही है। जेपी यादव ने ऐलान किया कि वे भाजपा की ओर से नामांकन दाखिल करेंगे और बी फार्म का इंतजार करेंगे। यदि बी फार्म आया तो ठीक अन्यथा वे चुनाव समर में कूदेंगे और दुखी कार्यकर्ताओं के सहयोग से चुनाव लड़ेंगे।

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