निशा बांगरे: डिप्टी कलेक्टर के पद से दिया इस्तीफा और टिकट भी नहीं मिला

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भोपाल| मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे की स्थिति न घर की और न घाट के जैसी हो गई है। कांग्रेस ने बैतूल जिले के आमला विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले ही निशा बांगरे ने डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था। वह छतरपुर जिले के लव कुश नगर में पदस्थ थी, वे आमला से चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी थी और संभावना यही थी कि उन्हें कांग्रेस यहां से उम्मीदवार बनाएगी।

दरअसल ऑफिस से छुट्टी न मिलने के कारण निशा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दें डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे छतरपुर जिले के लवकुशनगर में एसडीएम के पद पर कार्यरत थी। वे घरेलू कार्य का हवाला देकर छह महीने से छुट्टी पर थीं। छुट्टी से वापस आने के बाद उन्होंने एकबार फिर छुट्टी मांग की थी। लेकिन प्रशासनिक और कार्मिक विभाग ने उनको अवकाश नहीं दिया। निशा ने सरकार और अपने आप की पटती न देख अपना इस्तीफ़ा दे दिया। लेकिन, राज्य शासन ने निशा का इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया, और कांग्रेस ने 230 में से 229 क्षेत्र के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिए और अमला के उम्मीदवार के फैसले को पेंडिंग रखा।

निशा का मामला सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय में पहुंचा और जिस दिन उच्च न्यायालय जबलपुर के निर्देश पर सामान्य प्रशासन विभाग ने उनका इस्तीफा मंजूर किया, उससे पहले कांग्रेस ने आमला से मनोज मालवे को उम्मीदवार घोषित कर दिया। निशा के चुनाव लड़ने का मामला अब पूरी तरह आधर में लटक गया है। वह चुनाव लड़ने की तैयारी में है और लगातार यही कोशिश कर रही हैं कि आमला से उन्हें उम्मीदवार बनाया जाए।

निशा ने अपनी उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से भी मुलाकात की है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि निशा के मामले का फैसला अब दिल्ली में हाई कमान द्वारा ही किया जाएगा क्योंकि पार्टी में जितने भी टिकट बदले जा रहे हैं वह फैसला दिल्ली से ही हो रहे हैं।

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