शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में रखी गई खीर में इस बार नहीं होगी अमृत वर्षा !
न्यूज रूम| शरद पूर्णिमा के दिन चांद की 16 कलाएं खीर में आयुर्वेदिक गुणों को बढ़ा देती हैं| लेकिन, इस बार ऐसा नहीं हो पाएगा| इस महीने, 28-29 अक्टूबर की रात को चंद्र ग्रहण होगा, जो पूरे भारतवर्ष में दृष्टिगोचर होगा। इस ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले माना जाता है, जिसका मतलब है कि ग्रहण की रात 1 बजकर 5 मिनट पर होगा, इसलिए सूतक काल उससे 9 घंटे पहले, अर्थात् 28 अक्टूबर की शाम 04 बजकर 05 मिनट से शुरू होगा। सूतक काल व ग्रहण के दौरान सिलाई बुनाई का काम नहीं करना चाहिए। इस दौरान पूजा-पाठ की भी मनाही होती है। अनदेखी करने से शारीरिक और मानसिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखेगा देगा| इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर व पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, अंटार्कटिका में भी दिखेगा|
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