मुख्यमंत्री के रोड शो में जगह-जगह हुआ फूलों से स्वागत, भूपेश ने भाजपा पर साधा निशाना, जानिए क्या कहा…
राजनादगांव। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत मतदान की तिथी जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे राजनीतिक सियासत गरमाने लगी है। भाजपा के स्टार प्रचारक विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में जहां सभा आयोजित कर जनता को अपने पक्ष करने जुटी हैं। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव विधानसभा सीट में कमान संभाले हुए हैं। उन्होंने आज यहां रोड शो किया और लोगों से चुनावी वादा कर भाजपा पर जमकर बरसे।
राजनांदगांव विधानसभा सीट से भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं कांग्रेस से खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन चुनावी समर मे अपनी किस्मत अजमा रहे हैं। गुरुवार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव शहर में रोड शो कर जनता से कांग्रेस के पक्ष मे आर्शीवाद मांगा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रोड शो के दौरान जन सैलाब उमड़ा रहा। जगह-जगह फूलों की वर्षा से स्वागत किया गया। सीएम भूपेश बघेल ने अपने रोड शो की शुरुआत बालाजी मंदिर में पूजा अर्चना की और शहर के विभिन्न मार्गों, चौक-चौराहे से गुजरते हुए चिखली पहुंचकर समाप्त हुई। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने रथ से ही सभा को संबोधित किया और अनेक लोक लुभावन वादे किये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार पुनः आने पर रसोई गैस मे 500 रुपये सब्सिडी सहित दौ सौ यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया है।
उसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस के पक्ष में लोगों का जबरदस्त उत्साह बना हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया है कि कांग्रेस भारी मतों विजयी होकर सरकार बनायेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान बस्तर में विकास नहीं हो रहे सवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि मतदान के लिए 4 दिन शेष बचे हैं लेकिन भाजपा के मानसिक दिवालिया पन देखिये। अभी तक छत्तीसगढ़ की जनता के लिए क्या करेंगे ये भी नहीं बता पाये हैं। प्रधानमंत्री छग आते है लेकिन बस्तर विकास के लिए कोई मास्टर प्लान नहीं बताते है। इसका मतलब है कि भाजपा मानसिक रुप मान चुकी है कि वो हार रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री के बयान प्रदेश सरकार और नक्सलियों के बीच ईलू ईलू चल रहा है के जवाब में सीएम बघेल ने कहा कि मणिपूर चार महीने से जल रहा है। छग में नक्सली सिमट गए हैं। उन्होंने कहा कि रमन सिंह के राज में नक्सली मंत्रियों के घर रायपुर पहुंच जाते थे।