9 लाख 51 हजार मतदाता कल चुनेंगे जिले के 6 विधायक, कौन जीतेगा कौन हारेगा फैसला कल, आज की रात, कत्ल की रात, चैन की नींद नही सो पाएंगे प्रत्याशी

दुर्ग (चिन्तक)। दुर्ग जिले की छह विधानसभा के नये विधायक का फैसला कल रविवार 3 दिसंबर को होगा। दुर्ग जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 13 लाख 28 हजार 996 है। इसमें से 9 लाख 51 हजार 376 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है जिसमें पुरूष मतदाता 4 लाख 77 हजार 381 तथा महिला मतदाता 4 लाख 73 हजार 974 शामिल है। पूरे जिले में मत का प्रतिशत 71.59 रहा है। कल चुनाव परिणाम की वजह से आज की रात प्रत्याशी चैन की नींद नही सो पाएंगे।

यहां गौरतलब है कि जिले की छह सीटों से वर्तमान में पांच सीटो पर कांग्रेस का कब्जा है। एक मात्र वैशाली नगर भाजपा के पास है। इस चुनाव के बाद पांच और एक सीट का अंतर यथावत रहेगा अथवा बढ़ेगा इसका पता मतों की गिनती के बाद ही चलेगा। पाटन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व सांसद विजय बघेल के बीच फैसला होना है। दोनो का आपस में चाचा भतीजे का रिश्ता है।

दुर्ग ग्रामीण विधान सभा में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का मुकाबला भाजपा के कद्दावर नेता ललित चंद्राकर से है। भाजपा ने दुर्ग ग्रामीण में कड़ी टक्कर देकर मुकाबले को दिलचस्प और रोचक बना दिया है। देखना है कि कांग्रेस पुन: जीतकर मिथक तोडऩे में सफल होती है या फिर एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा को मौका देने का सिलसिला बरकरार रहेगा।

दुर्ग शहर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी अरूण वोरा सतवीं बार चुनाव के मैदान में है उन्हें तीन बार हार व तीन बार जीत का सामना करना पड़ा है। लगातार पिछला दो चुनाव जीतकर हैट्रिक बनाने की मंशा रखते है। इस बार श्री वोरा का मुकाबला युवा प्रत्याशी गजेन्द्र यादव से हुआ है। श्री यादव पिछले कई वर्षो से गुपचुप तरीके से शहर के मतदाताओं से मिलते रहे और पिछड़ा वर्ग को एक जुट करने में सक्रिय रहे है। श्री यादव के लिए आर.एस.एस. की टीम भी सक्रिय रही है। उन्होने मुकाबले को रोचक व संघर्ष मय बना दिया है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन निर्णायक भूमिका निभाएगा।

भिलाई नगर में प्रदेश सरकार में मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रहे प्रेम प्रकाश पांडे का मुकाबला मौजूदा विधायक देवेन्द्र यादव से है। दोनों दूसरी बार मुकाबला कर रहे है। दोनो के बीच कांटे का संघर्ष है। वैशाली नगर विधानसभा में कांग्रेस व भाजपा दोनो प्रत्याशी नये है और पहली बार बड़ा चुनाव लड़ रहे है। कांग्रेस ने भाजपा से इस सीट को छीनने के लिए युुद्ध स्तर पर काम किया है। भाजपा ने भी पूरी ताकत झोंकी है। इसलिए इसका पूर्वानुमान लगा पाना मुश्किल है।

अहिवारा में कांग्रेस ने नये चेहरे के रूप में निर्मल कोसरे को मैदान में उतारा है। भाजपा के पूर्व विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा उम्मीदवार है। अहिवारा के कांग्रेस विधायक रूद्गुरू नवागढ़ से चुनाव लड़ रहे है। जिले की छह सीटों में नये विधायक का चयन कल होगा। मतों की गिनती के लिए शेष रह गए कुछ घंटो को देखते हुए प्रत्याशियों की दिल की धड़कन तेज हो गई है। आज की रात चैन की नींद आ पाना मुश्किल है। परिणाम क्या होगा, जीत मिलेगी या हार इसे लेकर भ्रम और संशय की स्थिति बनी हुुई है।

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