भाजपा की जीत की इबारत लिखने वाला नारा अऊ नई सहिबो, बदलके रहिबो, आशुतोष दुबे ने लिखा

दुर्ग (चिन्तक)। भाजपा की इस सबसे बड़ी जीत में अऊ नई सहिबो, बदलके रहिबो नारे ने सबसे बड़ा काम किया। गांव-गांव और शहर- शहर में गूंज सुनाई दी। इस नारे ने ही भाजपा की जीत का रास्ता प्रशस्त किया। इस नारे को लिखा है दुर्ग के राष्ट्रीय मीडिया सेल टीम के सदस्य आशुतोष दुबे ने। आशुतोष छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध हास्य कवि सुरेंद्र दुबे के सुपुत्र हैं। आशुतोष ने इस चुनाव में पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई।

साथ ही कई प्रत्याशियों के लिए भी चुनावी नारे लिखते हैं। उन्होंने बताया कि अच्छे नारे जो लोगों तक पहुंचें, उनकी कुछ प्राइम रिक्वॉयरमेंट होती है। नारे कम और आसान शब्दों में हों, ताकी लोग आसानी से समझ सकें। नारे किसी व्यक्ति के खिलाफ ना होकर व्यवस्था के खिलाफ होने चाहिए। जब नारे व्यवस्था के खिलाफ होते हैं, तब लोगों तक पहुंच पाते हैं।

उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में भी नारे किसी भी पार्टी के लिए बेहद अहम होते हैं। नारों का आज भी लोगों के बीच असर दिखाई देता है। बस वह नारा लोगों की जुबान में आना चाहिए। इसका असर हर किसी पर होता है।