एबीवीपी छात्रों ने हार्ट पेशेंट को बचाने ड्राइवर से छीनी हाईकोर्ट जज की कार, छात्रों पर FIR

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकड़ो छात्रों ने पड़ाव थाने पर देर रात जमकर हंगामा किया। हाईकोर्ट जज की कार को छीन कर ले जाने वाले दो छात्रों को हिरासत में लिए जाने के बाद पड़ाव थाने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद थाने को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।

दरअसल रविवार को दक्षिण एक्सप्रेस से कुछ छात्रों के साथ उत्तर प्रदेश के पीके विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर रणजीत सिंह झांसी के लिए यात्रा कर रहे थे, इसी दौरान मुरैना आते-आते उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी। छात्रों ने जब ट्रेन में चिकित्सा सुविधा मांगी तो उन्हें उपलब्ध नहीं हो सकी। ऐसे में ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर एंबुलेंस की उम्मीद में वे सभी उतर गए। लेकिन ग्वालियर स्टेशन पर जब एंबुलेंस नहीं मिली तो ऐसी स्थिति में छात्रों ने ग्वालियर स्टेशन के पोर्च में खड़ी एक कार में उन्हें लिटा दिया ,वो कार ग्वालियर हाई कोर्ट जज की थी।

जज का गनर उन्हें रिसीव करने के लिए स्टेशन पर अंदर गया था। बाहर गाड़ी पर ड्राइवर बैठा हुआ था, छात्रों को ड्राइवर ने मरीज को हटाने और गाड़ी को खाली करने की चेतावनी दी, लेकिन छात्र चालक को धक्का देकर वाइस चांसलर को अस्पताल के लिए लेकर निकल गए थे।

इस मामले में जज के वाहन चालक की शिकायत पर पुलिस ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दो छात्र हिमांशु और सुकरात को हिरासत में लिया। यही वजह रही कि कार्यकर्ताओं ने पड़ाव थाने का घेराव कर खूब हंगामा किया। इस मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री संदीप वैष्णव कहना है कि उनके साथियों ने किसी की जान बचाने के लिए यह कदम उठाया था उसके बाद भी उन पर मामला दर्ज किया गया है। यही वजह है कि उन्होंने चेतावनी दी है कि मामले में न्याय होना चाहिए। वही इस मामले पर CSP अशोक जादौन का कहना है कि छात्रों ने जिस तरह से गाड़ी को छीना था उस मामले की शिकायत की गई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।