इम्पेला प्रक्रिया से 100% ब्लॉक दिल की नसों को खोला गया, ऐसा करने वाला देश का पहला शासकीय संस्थान बना अम्बेडकर अस्पताल

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रायपुर। राज्य में पहली बार इम्पेला की प्रक्रिया संपन्न हुई है| डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय में दुनिया के सबसे छोटे हृदय पम्प इम्पेला की सहायता से लगभग सौ प्रतिशत ब्लॉक हो चुके दिल की नसों को एंजियोप्लास्टी के जरिए खोला गया है| ऐसा करने वाला यह अस्पताल देश का पहला शासकीय संस्थान बन गया है|

डॉ. स्मित के अनुसार इम्पेला दुनिया का सबसे छोटा हृदय पम्प है, जो अवरूद्ध हृदय की धमनियों को खोलते समय शरीर के वाइटल आर्गन (हृदय, फेफड़ा, किडनी, लीवर एवं मस्तिष्क) को हेमोडायनामिकली रूप से स्थिर करने के काम करता है, जिससे मरीज की सफलतापूर्वक एंजियोप्लास्टी की जा सके| पूरे विश्व में तीन लाख मरीजों का इस विधि से उपचार हो चुका है और पूरे भारत में 240 मरीज का इस विधि से उपचार हुआ| एसीआई राज्य का पहला शासकीय संस्थान है, जहां इस विधि से उपचार किया गया है|

उन्होंने बताया कि, हृदय में एक बार स्थापित होने के बाद इम्पेला हृदय पंप चालू हो जाता है, जो बाएं वेंट्रिकल से रक्त खींचता है और इसे महाधमनी में छोड़ता है| बाएं वेंट्रिकल की यह सक्रिय ‘अनलोडिंग’ मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाती है और मरीजों के दिल को आराम देते हुए किडनी को गंभीर चोट से बचाती है|

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