रायपुर में 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण का भव्य आयोजन

रायपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में गायत्री प्रज्ञा पीठ संतोषी नगर रायपुर एवं रायपुर महानगर के गायत्री परिजनों के सहयोग से दिनांक 15 से 18 दिसम्बर 2023 तक दशहरा मैदान, छत्तीसगढ़ नगर, टिकरापारा रायपुर में होने वाले 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण हेतु आज भव्य एवं विशाल कलश यात्रा निकाली गई। कार्यक्रम संयोजक रामकृष्ण साहू एवं जिला समन्वयक लच्छूराम निषाद ने बताया कि कलश यात्रा में पीले वस्त्र धारण कर महिलाओं ने सिर पर जलकलश लेकर क्षेत्र का भ्रमण किया। कलशयात्रा में लगभग 2000 की संख्या में गायत्री परिजन, व नगरवासी तथा स्थानिय जनप्रतिनिधी उपस्थित रहें। इस दौरान जगह जगह विभिन्न संगठनों के द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। प्रज्ञागीतों, गायत्री मंत्रोच्चार से पूरा क्षेत्र गायत्रीमय हो गया तथा गायत्री माता के जयकारे से पूरा नगर गूंजायमान रहा। कलश यात्रा टिकरापारा के नरैया तालाब से जल भरकर, गंगा आरती के साथ प्रांरभ हुए जो सिद्धार्थ चौक, हनुमान मंदिर, हरदेवलाला मंदिर, टिकरापारा थाना होते हुए छत्तीसगढ़ नगर दशहरा मैदान पहुंची एवं यहां शांतिकुुंज हरिद्वार से पधारे ऋषिपुत्रों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिविधान से कलश पूजन कराकर यज्ञ स्थल पर सभी कलशों को स्थापित कराया गया।

यह महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा दिनांक 18 दिसम्बर तक चलेगा। अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक एवं संरक्षक वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी एवं परम वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा जी ने मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण के लिए गायत्री मंत्र साधना और यज्ञ कर्म को आवश्यक माना है। गायत्री मंत्र साधना से मनुष्य के बुद्धि क्षमता का अनंत विस्तार होता है, वहीं पर पूर्ण श्रद्धा और विधि सम्मत किया हुआ महायज्ञ से पर्यावरण का परिस्कार संवर्धन एवं समाज में सांस्कृतिक एकता, समरसता और भाई चारे का वातावरण निर्मित होता है। उक्त महायज्ञ संचालन शांतिकुंज हरिद्वार के ऋषिपुत्रो द्वारा संपन्न किया जा रहा है। पंडित श्री राम शर्मा जी द्वारा अपने पूरे जीवन काल के दौरान 3200 साहित्यों की रचना की गई है, जिसमें चारों वेदों का सरल भाष्य, पुराण, उपनिषद सहित अनेक सद्ग्रंथ शामिल है, गुरुजी द्वारा लिखी गयी प्रमुख साहित्य भी यज्ञ स्थल पर उपलब्ध है। इस महायज्ञ में जसमें समस्त संस्कार निःशुल्क कराया जायेगा। यज्ञ स्थल में साहित्य एवं सप्तसूत्रीय आंदोलन पर विशाल प्रदर्शनी भी लगाई गई है। आज प्रातः 06 बजे से ध्यान योग, प्रज्ञा योग प्रातः 08ः30 बजे देव पूजन एवं 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ दोपहर 01 बजे भोजन प्रसाद दोपहर 2ः30 बजे से कार्यकर्ता गोष्ठी दोपहर 03 से 05ः30 बजे तक प्रज्ञा पुराण कथा शाम 05ः30 सक 07ः30 बजे तक नारियों जागों स्वयं को पहचानों पर प्रवचन होगा।