गैस एजेंसी का नंबर सर्च करना पड़ा महंगा, लगा 5 लाख का चूना

बिलासपुर| प्रदेश में नई सरकार के आने के बाद से ही कई कार्य व योजनाओं में बदलाव हुए है। वहीं अभी गैस के केवाइसी अपडेट का कार्य गैसे एजेंसियों में किया जा रहा है। लोग जोर-शोर से इस कार्य को कराने में लगे है। वहीं बिलासपुर में बुजुर्ग को इंटरनेट से एजेंसी का नंबर सर्च करना महंगा पड़ गया। केवाइसी अपडेट के नाम पर 5 लाख की ठगी हो गई। जिसकी शिकायत पीड़ित ने सिटी कोतवाली में की है। जिसके बाद पुलिस जांच में जुटी है।

बता दें,कोतवाली थाना क्षेत्र में गैस कार्ड का आनलाइन केवाईसी कराने का झांसा देखकर चार लाख 99 हजार रूपये की धोखाधड़ी हुई है। कोतवाली क्षेत्र गोंड़पारा में रहने वाले 74 वर्षीय अशोक गुलहरे गैस कार्ड का केवाइसी अपटेड कराने के लिए एजेंसी के लैंड लाइन पर कॉल किया। लेकिन किसी ने फोन रिसिव नहीं किया। इस पर बुजुर्ग ने इंटरनेट में सर्च कर गैस कंपनीी का हेल्प लाइन नम्बर निकाला। इंटरनेट से मिले नंबर पर बुजुर्ग ने कॉल किया तो उन्हें दो मिनट रूकने के लिए कहा गया। इसके बाद उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया।

फोन करने वाले ने नाम और उम्र पूछा। इसके बाद उन्हें मदद करने का आश्वासन देकर 10 रूपये आनलाइन ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। वे रूपये ट्रांसफर नही ंकर पाए। इस पर उन्हें एटीएम और बैंक खाते का फोटो भेजने के लिए कहा गया। जालसाजों की बातों में आकर बुजुर्ग ने बताए नंबर पर अपने पासबुक और एटीएम का फोटो भेज दिया। फोटो मिलने के बाद जालसाजों ने बुजुर्ग को अपने मोबाइल पर एक एप डाउनलोड करने के लिए कहा। बुजुर्ग ने जब तक ए डाउनलोड किया दो घंटे बीत गए थे। इसी दौरान उन्हें साइबर ठगी की आशंका हुई।

उन्होंने बैंक जाकर अपने खाते और एटीएम को फ्रीज कराया। साथ ही एप् को मोबाइल से डिलीट कर दिया। तब तक उनके खात से चार लाख 99 हजार रूपये निकाल लिए गए थे। घटना 20 दिसंबर की है। बुजुर्ग ने मामले की शिकायत कोतवाली थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

ACCU के प्रभारी एसआई कृष्णा साहू ने बताया कि किसी भी कंपनी अथवा संस्थान की वेबसाइट को सर्च करने से पहले जानकारी जरूर ले। एचटीपीपीएस लगी वेबसाइट पर ही सर्च करे। लिंक से भेजे गए किसी भी एप् को मोबाइल पर डाउनलोड न करे।

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