जिला अस्पताल की नर्स ने 30 हजार रुपये में शिशु को बेचा, कलेक्टर ने किया निलंबित

सुकमा। सुकमा जिला अस्पताल में कार्यरत नियमित स्टाफ नर्स के द्वारा ग्रामीण महिला के बच्चे का सौदा कर बेच देने का मामला प्रकाश में आया है, जिसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज किया गया है।

बताया जा रहा है कि, सुकमा जिले के अंदरूनी इलाकों से रोजाना कई गर्भवती महिलाओं को डिलवरी के लिए जिला अस्पताल सुकमा लाया जाता है। साथ ही कई ऐसी भी युवतियां या महिलाएं भी आती है जो शादी से पहले गर्भवती हो चुकी होती है। ऐसे में जिला अस्पताल में काम करने वाली एक नियमित रूप से पदस्थ स्टाफ नर्स के द्वारा ग्रामीण महिलाओं को पैसे का लालच देकर उनको पैसे देकर उन बच्चों को दूसरों को बेच देती थी, यह मामला कई महीनों से चला आ रहा था।

स्टाफ नर्स के द्वारा इससे पूर्व भी कुछ बच्चों को बेचने का आरोप भी सामने आया, जिसके बाद स्टाफ नर्स के हौसले काफी बुलंद हो चुके थे। इसी दौरान कुछ दिन पहले एक ग्रामीण महिला ने बालक बच्चे को जन्म दिया, जिसकी जानकारी स्टाफ नर्स को लगी। नर्स ने बच्चे को 30 हजार में बेच दिया। इस बात की जानकारी कुछ लोगों को लगी, जिसके बाद इसकी गोपनीय रूप से जिला बाल संरक्षण अधिकारी जितेंद्र सिंह को मिली, जिसके बाद जांच टीम के द्वारा स्टाफ नर्स को पकड़ा गया। स्टाफ नर्स ने पैसों के लालच में एक बच्चे को माँ से जुदा करते हुए बेच दिया।

कलेक्टर ने निलंबन के दिए निर्देश

कलेक्टर एस. हरिश ने बताया कि उक्त नर्स को निलंबित कर दिया गया है। शिकायत एवं विभाग द्वारा प्रेषित रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं।